इमानुएल कांट वाक्य
उच्चारण: [ imaanuel kaanet ]
उदाहरण वाक्य
- इमानुएल कांट जर्मनी के पूर्वी प्रशा प्रदेश के अंतर्गत, कोनिगुज़बर्ग (Königsland) नगर में घोड़े का साधारण साज बनानेवाले के घर 22 अप्रैल, सन् 1724 ई. को पैदा हुआ था।
- पश्चिमी विचारकों में यदि हम देखें तो सुकरात, प्लेटो और अरस्तु आदि से लेकर इमानुएल कांट, स्पिनोजा, बट्रेंड रसेल, आस्कर वाइल्ड तक नैतिकतावादी चिंतन की वहां सुर्दीर्घ परंपरा रही है.
- पीटर अबेलार्ड की ज्ञानाश्रयी परंपरा को फ्रांसिस बेकन, डेविड ह्यूम, जाॅन लाॅक, देकात्र्त, स्पेंसर, लाइबिन्त्जि, बर्कले, स्पिनोजा, इमानुएल कांट, हीगेल आदि ने अपनी-अपनी तरह से विस्तार दिया और पाश्चात्य दर्शन की परंपरा को समृद्ध करने में अपना योगदान दिया.
- जर्मनी के दार्शनिक इमानुएल कांट का विश्वास था कि दार्शनिक को तीन प्रश्नों का उत्तर देना ही चाहिए: “ मैं क्या जान सकता हूं? ”, “ मुझे क्या करना चाहिए? ” और “ मैं किसकी उम्मीद कर सकता हूं? ” आइए, यह देखें कि इन तीन प्रश्नों में कोई अधिक सामान्य प्रश्न तो छुपा नहीं है।
- आधुनिक पश्चिमी दर्शन की बात करें तो वह मुख्यतः संदेहवाद (डेविड ह्यूम), अनुभववाद (जाॅन लाक), समीक्षावाद (इमानुएल कांट), अवयवीवाद (ह्नाइटहैड), विकासवाद (डार्विन, हर्बट स्पेंसर), सर्वेश्वरवाद (स्पिनोजा), यथार्थवाद (रसेल), चिद्बिंदुवाद या आध्यात्मिक बहुत्वाद (लाइबिनित्जि), अस्तित्ववाद (किर्कगाद, सार्त्र), व्यवहारवाद (विलियम जेम्स) आदि दर्जनों धाराओं में बंटा हुआ है.