ई-बैंकिंग वाक्य
उच्चारण: [ ee-bainekinega ]
उदाहरण वाक्य
- मौज-मस्ती में उडाते थे रकम पकड़े गए बैंक हैककरो के साथी ने बताया कि ई-बैंकिंग के जरिए एकाउंट हैक कर निकाली गयी मोटी रकम को उसके साथी मौज मस्ती में खर्च किया करते थे।
- उन्होंने कहा कि उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए ई-बैंकिंग और मोबाईल बैंकिंग जैसी आधुनिक सेवाएं प्रदान की जा रही हैं तथा 27 एटीएम स्थापित किए जा चुके हैं जबकि 50 और शीघ्र स्थापित किए जाएंगे।
- ई-बैंकिंग के द्वारा मुंबई सहित देश के अन्य महानगरों में कंपनियों के एकाउंट को हैक कर उनसे लाखों रूपये अपने एकाउंट में ट्रांसफर करने वाले गिरोह का एक सदस्य मेरठ पुलिस के हत्थे चढ़ गया।
- ई-बैंकिंग के नियम तय करेगा रिजर्व बैंक मुम्बई 25 फरवरी: देश में मोबाइल व इलेक्ट्रानिक बैंकिंग के बढते चलन को देखते हुए रिजर्व बैंक (आरबीआई) शीघ्र ही इसके लिए नियामक ढांचा तैयार करेगा. भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) द्वारा...
- माता हरकी देवी कन्या शिक्षण महाविद्यालय ओढ़ां में प्राचार्या सुनीता स्याल की अध्यक्षता में ई-बैंकिंग विषय पर विस्तार भाषण का आयोजन किया गया जिसमें भारतीय स्टेट बैंक ओढ़ां के शाखा प्रबंधक बीएन रंगा एवं वेदप्रकाश ने वार्ताकार की भूमिका निभाई।
- नाजिम के अनुसार मेहराज ने उसे बताया की वह मुंबई में अपने दोस्त सलीम, निखिल सिद्धार्थ कामले उर्फ चंदू तथा अन्य लोगों के साथ मिलकर ई-बैंकिंग द्वारा लंबे समय से कंपनियों के एकाउंट हैक कर रूपये चुरा रहा है।
- पूना पुलिस करेगी पूछताछ नाजिम द्वारा सुहास इंटरप्राईज के एकाउंट से ई-बैंकिंग द्वारा फर्जी तरीके से निकाली गयी 20 लाख की राशि का खुलासा करने के बाद पूना पुलिस जल्द ही मेरठ पहुंचकर नाजिम से इस संबंध् में पूछताछ करेगी।
- बढ़ती महंगाई के साथ पेट्रोल-डीजल की कीमतों के साथ कार्मिकों का वेतन बढ़ने के कारण निजी कोरियर कारोबारियों का मुनाफा लगातार कम हो रहा है, वहीं ई-बैंकिंग व इंटरनेट का चलन बढ़ने के कारण भी निजी कोरियर कारोबार प्रभावित हुआ है, वहीं इस क्षेत्र में राष्ट्रीय व मल्टीनेशनल कंपनियों के आने से भी कारोबार पर असर पड़ा है।
- बैंक को विश्वास में लेने के लिये महीनों करते थे लेनदेन नाजिम ने बताया कि किसी भी बैंक में खाता खोलने के बाद बैंक के कर्मचारियों का विश्वास हासिल करने के लिये वह दो महीनों तक खातों में बड़ी संख्या में लेनदेन करते थे ताकि जब खाते में ई-बैंकिंग द्वारा रूपये ट्रांसफर किये जाये तो बैंक कर्मचारियों को किसी बात का शक न हो और वह ट्रांसफर की गयी राशि को एक ही दिन में निकाल लें।
- इसका परिणाम यह निकला कि जहां पूर्व में निजी कोरियर कारोबार स्थानीय स्तर पर होता था अब इस क्षेत्र में नेशनल व मल्टीनेशनल कम्पनियाें के आने से छोटे व्यापारियों का मुनाफा निरंतर कम होने के साथ उनका कारोबार भी निरंतर घट रहा है, वहीं पहले भी लिफाफे की डाक 10 रुपये में जाती थी और आज भी इसकी कीमतें स्थिर हैं जबकि महंगाई बढ़ने के साथ कारोबारियों की लागत निरंतर बढ़ रही है, साथ ही ई-बैंकिंग, इंटरनेट का चलन बढ़ने के सथ ऑनलाइन कार्य होने से 20 फीसदी कारोबार प्रभावित हुआ।