उत्तर पूर्व भारत वाक्य
उच्चारण: [ utetr purev bhaaret ]
उदाहरण वाक्य
- लेकिन इसी फिल् म महानगरी में पांचवें दशक के अंत तक किसी को इस बात का यकीन नहीं था कि उत्तर पूर्व भारत की इस लोकप्रिय बोली में कभी किसी फिल् म का निर्माण भी किया जा सकता है।
- अन्य जगहों पर आरनॉल्ड ने लिखा है-' ' उत्तर पूर्व भारत से अंग्रेजों के द्वारा भारतीय टीके के संबंध में कई विवरण मिलते हैं जो काफी अलग अलग हैं क्योंकि कई बार ये विवरण लेखक की अपनी समझ पर निर्भर है।
- उत्तर दक्षिण वाली बात सोचने लायक है, पर आपने कभी उत्तर पूर्व भारत की खबरें पढ़ी है जिसमें ब्लास्ट छोड़कर कुछ और हो! बिना ब्लास्ट और भारी बंद के उत्तर पूर्व भारत की कोई घटना ख़बर ही नहीं बन पाती.
- उत्तर दक्षिण वाली बात सोचने लायक है, पर आपने कभी उत्तर पूर्व भारत की खबरें पढ़ी है जिसमें ब्लास्ट छोड़कर कुछ और हो! बिना ब्लास्ट और भारी बंद के उत्तर पूर्व भारत की कोई घटना ख़बर ही नहीं बन पाती.
- ये पतित शासक यह भूल जाते हैं कि विदेशी हस्तक्षेप के इस तर्क को यदि स्वीकार कर लिया जाय तो इनके द्वारा कश्मीर, उत्तर पूर्व भारत तथा मध्य भारत में किये जाने वाले दमन के कारण भारत में बाहरी हस्तक्षेप करने को उतना ही जायज ठहराया जा है।
- पन्द्रह वर्षों के बाद हिन्दी विरोध का आन्दोलन राजनीतिक कारणों से दक्षिण भारत में उग्रतापूर्वक एवं उत्तर पूर्व भारत में सामान्य रूप से छेड़ा गया और उसके बाद यह घोषणा कर दी गयी कि अँगरेज़ी तब तक राजभाषा के रूप में चलती रहेगी, जब तक एक भी राज्य ऐसा चाहेगा।
- इन जातियों के प्रति स्वर्ण मुस्लिम जातियों ने अपना रुख परिवर्तित नहीं किया तो निश्चित रूप से एक दिन ये लोग किसी और धर्म को स्वीकारेंगे जैसा कि प्रतिदिन हिन्दुओं की एक बड़ी जमात ईसाई धर्म स्वीकार रही है और उत्तर पूर्व भारत का एक बड़ा भाग ईसाईयत की चपेट में आ चुका है।
- उत्तर पूर्व भारत में होलिकादहन को भगवान कृष्ण द्वारा राक्षसी पूतना के वध दिवस से जोड़कर पूतना दहन के रूप में मनाया जाता है तो दक्षिण भारत में मान्यता है कि इसी दिन भगवान शिव ने कामदेव को तीसरा नेत्र खोल भस्म कर दिया था और उनकी राख को अपने शरीर पर मल कर नृत्य किया था।
- उत्तर पूर्व भारत में होलिकादहन को भगवान कृष्ण द्वारा राक्षसी पूतना के वध दिवस से जोड़कर पूतना दहन के रूप में मनाया जाता है तो दक्षिण भारत में मान्यता है कि इसी दिन भगवान शिव ने कामदेव को तीसरा नेत्र खोल भस्म कर दिया था और उनकी राख को अपने शरीर पर मल कर नृत्य किया था।
- उत्तर पूर्व भारत में होलिका दहन को भगवान कृष्ण द्वारा राक्षसी पूतना के वध दिवस से जोड़कर पूतना दहन के रूप में मनाया जाता है तो दक्षिण भारत में मान्यता है कि इसी दिन भगवान शिव ने कामदेव को तीसरा नेत्र खोल भस्म कर दिया था और उनकी राख को अपने शरीर पर मल कर नृत्य किया था।