ऋक् वाक्य
उच्चारण: [ rik ]
उदाहरण वाक्य
- अत: दीर्घरोगी की रोग-निवृत्ति के सन्दर्भ में उपर्युक्त ऋक् का गान सर्वथा उपयुक्त है।
- अतः निश्चित अक्षर-संख्या तथा पाद एवं विराम वाले वेद-मन्त्रों की संज्ञा ‘ ऋक् ' है।
- ऋक्, यजु, साम और अथर्वद अपने अंग-उपांगों के साथ कलश में विराजते हैं।
- अग्नि से ऋक्, वायु से यजुष और आदित्यदेव से साम को ग्रहण करता है।
- अत: दीर्घरोगी की रोग-निवृत्ति के सन्दर्भ में उपर्युक्त ऋक् का गान सर्वथा उपयुक्त है।
- ऋक् संहिता में १ ० मंडल, बालखिल्य सहित १ ० २ ८ सूक्त हैं।
- इस खण्ड में पृथ्वी को ' ऋक् और अग्नि को ' साम ' कहा गया है।
- केन्द्र, व्यास, परिघि को ही क्रमश: यजु, ऋक्, साम कहते हैं।
- चारों वेद-संक्षिप्त परिचय ऋग्वेद ऋक् संहिता [ऋग्वेद] में १० मंडल, बालखिल्य सहित १०२८ सूक्त हैं।
- बिना इस कल्पना के किए, ऋक् मंत्र, यजुर्मंत्रों से अलग पहचाने नहीं जा सकते।