कन्हैयालाल नन्दन वाक्य
उच्चारण: [ kenhaiyaalaal nenden ]
उदाहरण वाक्य
- प्रख्यात साहित्यकार एवं दुष्यन्त कुमार स्मारक पाण्डुलिपि संग्रहालय की प्रवर परिषद के अध्यक्ष डाॅ. कन्हैयालाल नन्दन लगभग एक माह तक अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान से उपचार के बाद 6 नवम्बर को घर वापस पहुँच गये हैं।
- ये हैं-नागार्जुन, भगवतीचरण वर्मा, विष्णु प्रभाकर, कमलेश्वर, शिवप्रसाद सिंह, शैलेश मटियानी, रमाकांत, कन्हैयालाल नन्दन, लक्ष्मीनारायण लाल, रमेश बतरा, प्रकाशक श्रीकृष्ण (पराग प्रकाशन), रत्नलाल शर्मा, शिवतोष दास और राष्ट्रबन्धु.
- वत्सल-निधि-न्यास के सम्पादक मंडल के सदस्य (स् व.) डॉ. कन्हैयालाल नन्दन, डॉ. रमेशचन्द्र शाह, डॉ. नन्दकिशोर आचार्य, श्री अशोक वाजपेयी के प्रति हार्दिक कृतज्ञता ज्ञापित करता हूँ, जिनके समय-समय पर दिए गये सुझावों से मैं लाभान्वित हुआ हूँ।
- कन्हैयालाल नन्दन उनके बारे में लिखते हैं-' कैसी विडम्बना रही है कि एक ओर उनकी रचनाधर्मिता को नये मूल्य गढ़ने में भंजक की भूमिका निभानी पड़ी है तो दूसरी ओर उनके निबन्धों की अनेक पंक्तियों में परम्परा को नये सिरे से पुनर्जीवित करने की ललक का प्रतिबिम्बन भी है।
- दिल्ली के निगमबोध घाट पर इनकी अंत्येष्टि के समय तो मैं स्वयं उपस्थित थी! ‘ भई ऐसी भी क्या जल्दी थी, दिव्या? ' अरे, यह तो कन्हैयालाल नन्दन जी की आवाज़ थी, जिनको नेहरु केन्द्र में हाल ही में श्रद्धांजलि दी गई थी।
- कन्हैयालाल नन्दन उनके बारे में लिखते हैं-' कैसी विडम्बना रही है कि एक ओर उनकी रचनाधर्मिता को नये मूल्य गढ़ने में भंजक की भूमिका निभानी पड़ी है तो दूसरी ओर उनके निबन्धों की अनेक पंक्तियों में परम्परा को नये सिरे से पुनर्जीवित करने की ललक का प्रतिबिम्बन भी है।
- उनके साक्षात्कार का एक अंश ' गगनांचल ' में प्रकाशित करने के विषय में जब मैंने डॉ. कन्हैयालाल नन्दन जी से बात की तब छूटते ही वह बोले थे, “ उनके साक्षात्कार के विषय में पूछने की क्या बात रूपसिंह … उनके लिए मैं कुछ भी कर सकता हूं. ”
- आधुनिककाल के पद्य रचनाकारों में सुभद्रा कुमारी चौहान, महादेवी वर्मा, रामधारी सिंह ' दिनकर ', द्वारिका प्रसाद माहेश्वरी, शिवमंगल सिंह ' सुमन ', हरिवंश राय ' बच्चन ', सर्वेश्वर दयाल सक्सेना, भवानीप्रसाद मिश्र, प्रभाकर माचवे, जयप्रकाश भारती, कन्हैयालाल नन्दन आदि ने भरपूर योगदान किया है.