कलमी शोरा वाक्य
उच्चारण: [ kelmi shoraa ]
उदाहरण वाक्य
- * अरीठे का छिलका 50 ग्राम, सफेद कत्था 25 ग्राम, कलमी शोरा 15 ग्राम, तवे पर फुलाया हुआ नीला थोथा 6 ग्राम, इन सबको नीबू के रस या पानी के साथ खूब महीन पीसकर काबली चने बराबर गोलियां बना लें।
- गुर्दे के रोग: 1-1 ग्राम सुहागा भुना, नौसादर, कलमी शोरा को पीसकर गुर्दे मे दर्द के समय आधा ग्राम की मात्रा में नींबू के रस के साथ 2-3 चम्मच लेने से आराम आता है।
- तिल्ली (प्लीहा)-इसकी छाल को जलाकर उसकी भस्म में समभाग कलमी शोरा मिलाकर उसके चूर्ण को छिले हुये केले पर छिड़क कर प्रतिदिन खाने से तिल्ली (प्लीहा) की सूजन तथा बढ़ी हुई तिल्ली ठीक हो जाती है ।
- १. हजरुल यहूद भस्म एक रत्ती + कलमी शोरा एक रत्ती + जवाखार एक रत्ती + मूत्र कृच्छान्तक रस एक गोली + गोक्षुरादि गुग्गुल एक गोली + श्वेत पर्पटी एक रत्ती इन दवाओं की एक मात्रा बना लें और सुबह शाम ठंडे पानी से सेवन करें।
- कोई तीखी जलनयुक्त पदार्थ खा लेने या गर्मी के कारण जलन और दर्द के साथ बूंद-बूंद पेशाब आने की अवस्था में कालीमिर्च और नमकयुक्त मूली का अचार खाने से और मूली पीसकर 1 ग्राम कलमी शोरा मिलाकर पेडू पर लेप करने से मूत्रदाह (पेशाब करने में परेशानी) का रोग दूर हो जाता है।
- प्याज का रस पिलाएं इमली का पानी दें कामदुधा रस चंदन या कोई शीतल शर्बत के साथ दो-दो घंटे पर दें] श्वास कुठार रस, नागरबेल के पान से दें-चंदन और कपूर घिसकर बदन पर लगाएं, इससे ठंडक रहेगी] नीम की लकड़ी और लाल चंदन पानी में घिसकर और कलमी शोरा मिलाकर बदन पर लगाएं, ठंडक रहेगी।
- अगर ये शास्त्रोक्त औषधियां न मिल सकें तो एक सफेद फिटकरी को तवे पर भून लीजिये ध्यान रहे कि जलने न पाए, फिर दो ग्राम भुनी हुई फिटकरी को २ ० ग्राम दही के साथ लीजिये अथवा कलमी शोरा १ ० ग्राम और ५ ० ग्राम मिश्री (खड़ी शक्कर) बारीक पीस लें ये मिश्रण ३-३ ग्राम जल से लीजिये।
- २. हजरुलयहूद भस्म १ ० ग्राम + शुभ्रा भस्म १ ० ग्राम + जवाखार १ ० ग्राम + सुहागा १ ० ग्राम + कलमी शोरा १ ० ग्राम + नवसादर १ ० ग्राम + सफ़ेद जीरा १ ० ग्राम + बड़ी इलायची के बीज १ ० ग्राम + कबाब चीनी १ ० ग्राम इन सभी दवाओं को एकत्र कर बहुत कस कर घॊंट लीजिये और फिर इस मिश्रण में से दो ग्राम की मात्रा लेकर सुबह-शाम गोक्षुरादि क्वाथ के दो चम्मच से सेवन करें।