क़मर जलालाबादी वाक्य
उच्चारण: [ kemer jelaalaabaadi ]
उदाहरण वाक्य
- सुजॉय-वाह! आइए सुना जाये यह गीत सुरैया की आवाज़ में, फ़िल्म ' बड़ी बहन ' का यह गीत है, क़मर जलालाबादी के बोल और यह वर्ष १ ९ ४ ९ की तस्वीर है।
- क़मर जलालाबादी: पंडित हुस्नलाल भगतराम के साथ मैंने बहुत सी फ़िल्मों के गानें लिखे, जैसे ' चाँद ', ' प्यार की जीत ', ' बड़ी बहन ', ' आदिल-ए-जहाँगिर ', बहुत सी फ़िल्मों के गानें लिखे।
- म जरूह सुल्तानपुरी, क़मर जलालाबादी, प्रेम धवन आदि गीतकारों के साथ काम करने के बाद सन् १ ९ ५ ८ में संगीतकार ओ. पी. नय्यर को पहली बार मौका मिला शायर साहिर लुधियानवी के लिखे गीतों को स्वर्बद्ध करने का।
- चाहे आरज़ू लखनवी व आर. सी. बोराल की जोड़ी हो, या क़मर जलालाबादी व हुस्नलाल भगतराम की जोड़ी, शैलेन्द्र/हसरत-शंकर जयकिशन हो, या फिर शक़ील-नौशाद की जोड़ी, फ़िल्म संगीत के हर युग में, हर दौर में इस तरह की जोडियों की भरमार रही है।
- दोस्तों, जब बात क़मर जलालाबादी और हुस्नलाल भगतराम की चल ही पड़ी है आज, तो क्यों ना अमीन सायानी को दिए क़मर साहब के उस इंटरव्यु पर झाँक कर देखें जिसमें क़मर साहब ने इस संगीतकार जोड़ी के बारे में अनमोल जानकारी दी थी।
- कि फ़िल्म ' फागुन ' के निर्माता शुरु शुरु में इस फ़िल्म के गीत मजरूह से लिखवाना चाहते थे, लेकिन ओ.प ी. नय्यर के सुझाव पर क़मर जलालाबादी से गीत लिखवाये गये क्योंकि फ़िल्म की पटकथा व संवाद क़मर साहब नें ही लिखे थे।
- ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 319 / 2010/19 ९ जनवरी २००३ को हम से बिछड़ गए थे फ़िल्म जगत के सुप्रसिद्ध गीतकार क़मर जलालाबादी और जैसे हर तरफ़ से उन्ही का लिखा हुआ गीत गूंज उठा कि “फिर तुम्हारी याद आई ऐ सनम, हम ना भूलेंगे तुम्हे अल्लाह क़सम”।
- ९ जनवरी २ ०० ३ को हम से बिछड़ गए थे फ़िल्म जगत के सुप्रसिद्ध गीतकार क़मर जलालाबादी और जैसे हर तरफ़ से उन्ही का लिखा हुआ गीत गूंज उठा कि “ फिर तुम्हारी याद आई ऐ सनम, हम ना भूलेंगे तुम्हे अल्लाह क़सम ” ।
- ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 675 / 2011/115 कहानी भरे गीतों से सजी 'ओल्ड इज़ गोल्ड' की इन दिनो चल रही लघु शृंखला 'एक था गुल और एक थी बुलबुल' में अब तक जिन “कहानीकारों” को हम शामिल कर चुके हैं, वो हैं किदार शर्मा, मुंशी अज़ीज़, क़मर जलालाबादी और हसरत जयपुरी।
- चाँद (1944), नरगिस (1946), मिर्ज़ा साहिबां (1947), और प्यार की जीत (1948) जैसी कामियाब फिल्मों के बाद गीतकार क़मर जलालाबादी और हुस्नलाल भगतराम की जोडी बड़ी बहन में एक साथ आए और एक बार फिर चारों तरफ छा गये.