कांवड यात्रा वाक्य
उच्चारण: [ kaanevd yaateraa ]
उदाहरण वाक्य
- ऋषिकेश, जन भड़ास विक्रम सिंह: गढ़वाल में आई प्राकृतिक आपदा के बाद नीलकंठ कांवड यात्रा को लेकर प्रशासन पूरी तरह सजग है जिसने जल चढ़ाने के लिए नीलकंठ जाने वाले सभी कांवडियों की सुरक्षा हेतु जहां इस वर्ष उनका पंजीकरण करना प्रारम्भ कर दिया है वहीं ऋषिकेश से उपर किसी भी कांवडियें को जाने से सख्ती के साथ रोका जा रहा है जिनकी सुरक्षा हेतु प्रशासन ने जगह जगह पर पुलिस बल की तैनाती की है।
- ठीक कहते वाकई परेशानी होती होगी, ये पोस् ट तुम हर ईद पर पेस्ट करदेते हो इससे भी परेशानी होती है, कभी कांवड यात्रा में गये हो मेरे कैराना से भी होकर गुज़रती है जितने रास् ते से गुजरती है जितने दिन तक चलती है क् यामत गुजरती है पूरे इलाके पर, ऐसे सारे देश में अलग अलग त् यौहार यात्रायें जिनसे विभिन् न प्रकार की यातायात संबंधी समस् यायें होती हैं उनपर भी विचार करो,
- इस बीच कई जगह पूछा पर पैट्रोल नही मिला तो हमने सोचा कि जो होगा देखा जायेगा और गंगोत्री की ओर चलते गये जब हम गंगोत्री पहुंचे तो अंधेरा हो गया था और कांवड यात्रा होने के कारण डाक कांवड वाली टाटा 407 गाडियो की लाइन की वजह से कई किलोमीटर पहले से जाम लगा था मंदिर का एक दृश्य बाइक तो कहीं ना कहीं को निकल ही जाती है सो आधा घंटे से ज्यादा में हम उस जाम से आगे निकलकर गंगोत्री में आ गये ।
- प्रधानमंत्री, लेकिन आपकी तो पहली प्राथमिकता बोलने की गारंटी होनी चाहिए दार जी ************ “ चेन्नई एक्स्प्रेस ” कशमीर टू कन्याकुमारी, वाया गया मुगलसराय नहीं जा पाएगी, ससुरे नक्सलियों ने पटरी ही उडा दी ************ कांवड यात्रा को लेकर इस बार प्रशासन मुस्तैद है, अभी तक सिर्फ़ बीस पचास गाडियां ही फ़ूंकी गई हैं ************ अगर अभी उत्तर प्रदेश के चार भाग हो जाएं तो चार काबिल चीफ़ मुनिस्टर तो उपलब्ध हैं ही, मुलायम, अखिलेश, आजम खान और नरेंद्र भाटी.....
- जागरण संवाददाता, ऋषिकेश: पर्वतीय क्षेत्रों में आई आपदा ने श्रावण मास की नीलकंठ यात्रा पर भी असर डाला है। सावन के पहले सोमवार को बीते वर्ष नीलकंठ में जलाभिषेक करने वालों का आंकड़ा एक लाख पार कर गया था मगर इस बार सोमवार को यह आंकड़ा दस हजार की संख्या को भी नहीं छू पाया। नीलकंठ महादेव मंदिर से जुड़ी कांवड यात्रा को लेकर पुलिस व प्रशासन ने बीते वर्ष आई भीड़ को ध्यान में रखकर व्यापक प्रबंध किए थे। बीते वर्ष एक माह में करीब 30 लाख श्रद्धालुओं ने नीलकंठ महादेव मंदिर में जलाभिषेक किया थ
- जागरण प्रतिनिधि, ऋषिकेश: कांवड़ यात्रा शुरू होने के साथ ही मणिकूट पर्वत में यात्रियों की आमद शुरू हो गई है। मगर इन दिनों मणिकूट पर्वत में विचरण कर रहा हाथियों का एक झुंड कांवड़ियों के लिए खतरा बन सकता है। पांच हाथियों का यह झुंड ग्राम सिमलखेत व खैरगल के समीप बना हुआ है। नीलकंठ के समीप स्थित ग्राम सभा भादसी के बीचों बीच से होकर हाथी गरूडचट्टी व गौहरी रेंज के जंगलों में विचरण करते है। अक्सर कांवड यात्रा के समय हाथी इस क्षेत्र में विचरण नहीं करते मगर इस बार पांच हाथियों का एक झु