कादंबरी मेहरा वाक्य
उच्चारण: [ kaadenberi meheraa ]
उदाहरण वाक्य
- अतिया खान की ' भिखारिन ', सलमा ज़ैदी की ' काश ', कादंबरी मेहरा की ' हतभागी ', शैल अग्रवाल की ' अनन्य ', प्रियंवदा देवी मिश्रा की ' कहूँ तो कैसे कहूँ ', बानो अरशद की ' नन्हीं मुफ़क्किर ' कहानियों की पृष्ठभूमि में अपनी ज़मीन, अपना मुल्क, अपनी समस्याएँ मुखर है।
- उपरोक्त चर्चित कहानीकारों के अतिरिक्त जिन साहित्यकारों और लेखकों ने अपनी पहचान गद्य के विभिन्न क्षेत्रों में बनाई है और जिनकी एक से अधिक पुस्तकें आई है वे हैं साहित्य मनीषी डॉ. श्याम मनोहर पाण्डेय, नरेश भारतीय, कहानीकार कादंबरी मेहरा, महेन्द्र दवेसर दीपक, नीना पॉल, अरुण सब्बरवाल, भारतेंदु विमल, विद्या सागर आनंद, नरोत्तम पाण्डेय, सरोज सूरी, साहिर शीवी, रिफ़त शमीम, सुरेंद्रनाथ लाल आदि।
- आज 21 वीं सदी में, मनीषा कुलश्रेष्ठ, पंखुरी सिन्हा, नीलाक्षी सिंह, अल्पना मिश्र, जया जादवानी आदि आज के कारपोरेट जगत और मीडिया में काम करती महिलाओं की आधुनिक और बोल्ड छवि प्रस्तुत कर रही है साथ ही विदेशों में लेखन कर रही सुषम बेदी, दिव्या माथुर, सुधा ढींगरा, अनिल प्रभा, कादंबरी मेहरा उषा वर्मा, कविता वाचक्कनवीं तथा स्वयं मैंने अपनी कहानियों में स्त्री के पारंपरिक छवि को तोड़ नई भूमि तलाशी है.