केसरीसिंहपुर वाक्य
उच्चारण: [ keserisinhepur ]
उदाहरण वाक्य
- केसरीसिंहपुर. निर्वाचन विभाग के उडनदस्ता प्रभारी व केसरीसिंहपुर उपतहसीलदार अमरसिंह ने बुधवार को सीसी हेड की तरफ सड़क पर शराब लेकर जा रहे रत्तेवाला निवासी किशनलाल सिंधी के कब्जे से दो कार्टून 96 पव्वे देशी शराब बरामद की है।
- केसरीसिंहपुर. निर्वाचन विभाग के उडनदस्ता प्रभारी व केसरीसिंहपुर उपतहसीलदार अमरसिंह ने बुधवार को सीसी हेड की तरफ सड़क पर शराब लेकर जा रहे रत्तेवाला निवासी किशनलाल सिंधी के कब्जे से दो कार्टून 96 पव्वे देशी शराब बरामद की है।
- खैर, चाहने भर से होता तो चांद बन जाता रोट मेरी थाली का या सितारे खीर, घर की छत के सरकंडे बन जाते सेवइयां दीवारों की ईंटे बर्फी केसरीसिंहपुर वाली, या उस भूख का साक्षी रहा खेस ही बन जाता कुरकुरा पापड़.
- जेल अधीक्षक नंदसिंह शेखावत ने बताया कि मौलावाली में युवक का अपहरण कर फिरौती मांगने वाले तीन आरोपियों विक्रमजीत उर्फ विक्की निवासी अबोहर, संदीप निवासी बठिंडा तथा राधेश्याम उर्फ राधिया निवासी अबोहर को केसरीसिंहपुर पुलिस ने गिरफ्तारी के बाद कोर्ट में पेश किया, जहां से आरोपियों को जेल भेजा गया।
- जलम-५ जुलाई १९५७, केसरीसिंहपुर (श्रीगंगानगर)भणाई-एम.ए. (इतिहास), बी.एड. अर राजस्थानी विशारदछप्योड़ी पोथ्यां-हिन्दी:-धूप क्यों छेड़ती है (कविता संग्रह), मीठे बोलों की शब्दपरी (बाल कविता संग्रह), आदमी नहीं है (कवितासंग्रह), मरूधरा (सम्पादित विविधा), जंगल मत काटो (बाल नाटक), रंगो की दुनिया (बाल विविधा), सीता नहीं मानी (बाल कहानी), थिरकती है तृष्णा (कविता संग्रह)
- इस सभा में उपस्थित सिख संगत को तेजेन्द्रपालसिंह टिम्मा, राजस्थानी अकालीदल के अजीतसिंह, अमृतसिंह, कुलवंतसिंह केसरीसिंहपुर, पूर्व विधायक हरचांदसिंह सिद्धु, एडवोकेट सरदारसिंह, एडवोकेट विष्णु शर्मा, लखविन्द्रसिंंह लखा, हरजिन्द्रसिंह खालसा, नौनिहालसिंह श्रीगंगानगर, शरणपालसिंह मान, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बलराम वर्मा, वरिष्ठ पत्रकार करणीदानसिंह राजपूत आदि ने अपने विचार प्रगट किए।
- नाम:-ओम पुरोहित 'कागद' जन्म:-५ जुलाई १९५७, केसरीसिंहपुर (श्रीगंगानगर) शिक्षा:-एम.ए. (इतिहास), बी.एड. और राजस्थानी विशारद प्रकाशित पुस्तकें:-हिन्दी:-धूप क्यों छेड़ती है (कविता संग्रह), मीठे बोलों की शब्दपरी (बाल कविता संग्रह), आदमी नहीं है (कवितासंग्रह), मरूधरा (सम्पादित विविधा), जंगल मत काटो (बाल नाटक), रंगो की दुनिया (बाल विविधा), सीता नहीं मानी (बाल कहानी), थिरकती है तृष्णा (कविता संग्रह) राजस्थानी:-अन्तस री बळत (
- जलम-५ जुलाई १९५७, केसरीसिंहपुर (श्रीगंगानगर) भणाई-एम. ए. (इतिहास), बी.एड. अर राजस्थानी विशारद छप्योड़ी पोथ्यां-हिन्दी:-धूप क्यों छेड़ती है (कविता संग्रह), मीठे बोलों की शब्दपरी (बाल कविता संग्रह), आदमी नहीं है (कवितासंग्रह), मरूधरा (सम्पादित विविधा), जंगल मत काटो (बाल नाटक), रंगो की दुनिया (बाल विविधा), सीता नहीं मानी (बाल कहानी), थिरकती है तृष्णा (कविता संग्रह)