कोटा राज्य वाक्य
उच्चारण: [ kotaa raajey ]
उदाहरण वाक्य
- रामसिंह के पश्चात् महारावल भीमसिंह ने कोटा राज्य में कृष्ण भक्ति को विशेष महत्त्व दिया, जिसके फलस्वरूप कोटा की चित्रकला में वल्लभ सम्प्रदाय का पूर्ण प्रभाव अंकित हुआ।
- ब्राह्मणों के श्रेष्ठ आश्रयदाता राज्य से ब्राह्मणों की भी पूरी एक शाखा निकल कर कोटा राज्य और आज के श्योपुर, गुना, राजगढ़ भोपाल और रायसेन जिलों में जा बसी।
- ब्राह्मणों के श्रेष्ठ आश्रयदाता राज्य से ब्राह्मणों की भी पूरी एक शाखा निकल कर कोटा राज्य और आज के श्योपुर, गुना, राजगढ़ भोपाल और रायसेन जिलों में जा बसी।
- १ ५ ७ ९ में कोटा राज्य की स्थापना के साथ राव माधे सिंह ने यहाँ लंका पुरी का निर्माण कराया और पुतलों के स्थान पर मिट्टी के रावण-वध की प्रथा डाली।
- डी. सी. गांगुली का मत है कि “”मालवा प्रदेश पूर्व में भिलसा (विदिशा) से लेकर पश्चिम में मेही नदी तक तथा उत्तर में कोटा राज्य से लेकर दक्षिण में ताप्ती नदी तक फैला हुआ था।
- डी. सी. गांगुली का मत है कि “”मालवा प्रदेश पूर्व में भिलसा (विदिशा) से लेकर पश्चिम में मेही नदी तक तथा उत्तर में कोटा राज्य से लेकर दक्षिण में ताप्ती नदी तक फैला हुआ था।
- 15 अक्टूबर 1857 को कोटा राज्य की घ् नारायण पलटन ' तथा घ् भवानी पलटन ' के सभी सैनिकों ने तोपें व अन्य हथियार लेकर कोटा में मौजूद अँग्रेज़ सैनिक अधिकारी मेजर बर्टन को घेर लिया।
- डी. सी. गांगुली का मत है कि “” मालवा प्रदेश पूर्व में भिलसा (विदिशा) से लेकर पश्चिम में मेही नदी तक तथा उत्तर में कोटा राज्य से लेकर दक्षिण में ताप्ती नदी तक फैला हुआ था।
- सन 1614 राजा मानसिंह की दक्षिण भारत में मृत्यु सन 1615 राणा अमरसिंह द्वारा मुगलों से सन्धि सन 1621 राजा मिर्जा जयसिंह आमेर का शासक नियुक्त सन 1625 माधोसिंह द्वारा कोटा राज्य की स्थापना सन 1660 राजा राजसिंह द्वारा राजसमन्द का निर्माण प्रारम्भ सन 1667 जयसिंह की दक्षिण भारत में मृत्यु सन 1691 राजा राजसिंह द्वारा नाथद्वारा मंदिर का निर्माण सन 1727
- कोटा राज्य की और जाते समय उनके शिविर के पास एक दिन एक सिंह ने एक गाय पर हमला किया, उसे देखते ही महाराज सुल्तान सिंह जी बिना हथियार लिए गाय को बचाने हेतु सिंह से भीड़ गए और उन्होंने निहत्थे ही सिंह को मार गिराया पर सिंह के साथ लड़ाई में वे खुद इतने घायल हो गए थे कि अपने शिविर में आने के बाद उनकी मृत्यु हो गयी | इस तरह मातृभक्त महाराज सुल्तान सिंह जी एक गाय की रक्षा करते हुए 58 वर्ष की आयु में वि. स.