गालव ऋषि वाक्य
उच्चारण: [ gaaalev risi ]
उदाहरण वाक्य
- महाभारत में इस तीर्थ का परिचय गरूड ने गालव ऋषि से इस प्रकार किया कि इसी स्थल पर त्रिलोकीनाथ भगवान शंकर ने राजा भगीरथ की तपस्या से प्रसन्न होकर आकाश से गिरती गंगा को अपने जटाओं में धारण किया और धरती पर जन कल्याण के लिए उतार दिया।