ग्रन्थ लिपि वाक्य
उच्चारण: [ garenth lipi ]
उदाहरण वाक्य
- वर्तमान समय तक दक्षिण में संस्कृत के ग्रन्थ लिखने के लिए जिस ग्रन्थ लिपि का व्यवहार होता रहा, उसकी दो शैलियाँ हैं-तंजावुर के ब्राह्मण ‘ वर्गाकार ' ग्रन्थ लिपि का प्रयोग करते रहे हैं और ऑर्काट तथा मद्रास (चेनै) के जैन ‘ गोलाकार ' ग्रन्थ लिपि का।
- वर्तमान समय तक दक्षिण में संस्कृत के ग्रन्थ लिखने के लिए जिस ग्रन्थ लिपि का व्यवहार होता रहा, उसकी दो शैलियाँ हैं-तंजावुर के ब्राह्मण ‘ वर्गाकार ' ग्रन्थ लिपि का प्रयोग करते रहे हैं और ऑर्काट तथा मद्रास (चेनै) के जैन ‘ गोलाकार ' ग्रन्थ लिपि का।
- वर्तमान समय तक दक्षिण में संस्कृत के ग्रन्थ लिखने के लिए जिस ग्रन्थ लिपि का व्यवहार होता रहा, उसकी दो शैलियाँ हैं-तंजावुर के ब्राह्मण ‘ वर्गाकार ' ग्रन्थ लिपि का प्रयोग करते रहे हैं और ऑर्काट तथा मद्रास (चेनै) के जैन ‘ गोलाकार ' ग्रन्थ लिपि का।