घनश्यामदास बिड़ला वाक्य
उच्चारण: [ ghensheyaamedaas bidaa ]
उदाहरण वाक्य
- उनके पिता श्री घनश्यामदास बिड़ला द्वारा 1964 में स्थापित बिट्स और बिड़ला कॉलेजों से वे शुरू से ही गहरे से जुड़े रहे।
- इस संस्था की स्थापना सन् १९२५ में महात्मा गांधी की प्रेरणा से हुई जिसमें जमनालाल बजाज एवं घनश्यामदास बिड़ला की प्रमुख भूमिका थी।
- में अग्रवाल महासभा ने 50 हजार और श्री घनश्यामदास बिड़ला ने 10 हजार रूपए इस कार्य के लिए गांधी जी को दी.
- ” ” हरिजन-सेवक-संघ का प्रथम अध्यक्ष श्री घनश्यामदास बिड़ला को नियुक्त किया गया, और मंत्री का पद सँभाला श्रीअमृतलाल विट्ठलदास ठक्कर ने, जो “
- हरिजन-सेवक-संघ का प्रथम अध्यक्ष श्री घनश्यामदास बिड़ला को नियुक्त किया गया, और मंत्री का पद सँभाला श्रीअमृतलाल विट्ठलदास ठक्कर ने, जो “ठक्कर बापा” के नाम से प्रसिद्ध थे।
- ' यह सुनकर वहां उपस्थित स्वाधीनता सेनानी-उद्योगपति घनश्यामदास बिड़ला जी के साथ अध्यापक-अध्यापिकाएं भाव-विभोर हो उठे और विद्यालय का प्रांगण ' भारत माता की जय ' के उद्घोष से गूंज उठा।
- गांधीजी के अनन्य अनुयायी और उनके पांचवें पुत्र के नाम से विख्यात सेठ जमनालाल बजाज इसके मुख्य प्रेरक थे और घनश्यामदास बिड़ला, हरिभाऊ उपाध्याय, वियोगी हरि आदि इसके सक्रिय सहयोगी थे।
- श्री घनश्यामदास बिड़ला (जन्म-1894, पिलानी, राजस्थान, भारत, मृत्यु.-1983, मुंबई) भारत के अग्रणी औद्योगिक समूह बी. के. के. एम. बिड़ला समूह के संस्थापक थे, जिसकी परिसंपत्तियाँ 195 अरब रुपये से अधिक है।
- ऐसा नहीं कि उस समय उसे घनश्यामदास बिड़ला या जमनालाल बजाज जैसे सेठों से सहायता नहीं मिलती थी, लेकिन जो कुछ भी उसे मिलता था उसे छिपाया नहीं जाता था.
- श्री घनश्यामदास बिड़ला (जन्म-1894, पिलानी, राजस्थान, भारत, मृत्यु.-1983, मुंबई) भारत के अग्रणी औद्योगिक समूह बी. के. के. एम. बिड़ला समूह के संस्थापक थे, जिसकी परिसंपत्तियाँ 195 अरब रुपये से अधिक है।