चिरगाँव वाक्य
उच्चारण: [ chiregaaanev ]
उदाहरण वाक्य
- सियारामशरण तक लगा प्राण का दाँव गए हैं, तुलसी के पदचिन्हों पर धर पाँव गए हैं, पूज्य मैथलीशरण मैथली शरण प्राप्त कर, छोड़ एक चिरगाँव, एक चिरगाँव गए हैं।
- सियारामशरण तक लगा प्राण का दाँव गए हैं, तुलसी के पदचिन्हों पर धर पाँव गए हैं, पूज्य मैथलीशरण मैथली शरण प्राप्त कर, छोड़ एक चिरगाँव, एक चिरगाँव गए हैं।
- थोड़ी देर में फ़िर बोले, “ सावित्री जी! अब की दिसम्बर की छुट्टियों में आप चिरगाँव आइये, चार पाँच दिन रहिये निश्चिंत हो कर, कार मे सारा बुन्देलखण्ड घूमेंगे. ”
- कविता तो बहुत लंबी है पर मेरे लिए इतनी ही काफी थी और मैंने सोच लिया कि मालेगाँव, मडगाँव, चिरगाँव, क्या किसी गाँव नहीं जाऊँगा।............ नहीं तो जाऊंगा पर शहर में भी सुकून कहाँ है!
- चिरगाँव (झाँसी): ग्राम जरयाई में बिजली की चिंगारी से राजाराम दांगी के खेत में आग लग गई, लेकिन गाँव वालों की सूझबूझ से आग पर काबू पा लिया गया, जिसके कारण खेत में रखी फसल का ज्यादा नुकसान नहीं हो सका।
- ऋतु के श्रीवास्तव अंकल ऋतु को सरस्वती देवी का पता देते हुए चिरगाँव जाने को कहते हैं और बताते हैं कि हिम्मती औरत है, समाज सेवा का काम करती है, लोकनाट्य में रुचि है और हर साल मंडली जोड़ती है।
- मैथिलीशरण गुप्त झाँसी के समीप चिरगाँव में एक वैश्य परिवार में 1886 में पैदा हुए थे उनके पिता राम चरण कनक धार्मिक मनोवृत्ति के व्यक्ति थे और उनके इस व्यवहार का प्रभाव मैथिलीशरण गुप्त के मस्तिष्क पर गहरे रूप में पड़ा था।
- यात्रियों में से अधिक ऐसे थे जिन्हें दद्दा चिरगाँव आने का निमन्त्रण दे गये थे, पर अपने अतिथियों को हाथों हाथ लेने वाला अतिथेय, अपने स्वभाव और संस्कार के विरुद्ध सबको अपने घर बुला कर स्वयं अदृष्य हो गया था.
- उसके मायके में यानी भोपाल में उसके उद्गम स्थान पर चिरगाँव के निकट बाँध पर संयत जीवन बिताते हुए और ओरछा (orchha) में अपने सर्वश्रेष्ठ रूप में जब-जब हमने बेतवा को देखा है उसके विचित्र प्रभाव से हम प्रभावित हुए हैं।
- अमुक बड़ा दुखी है उससे मिलना चाहता हूँ, अमुक का पत्र मेरे पास चिरगाँव गया था, वह मिल जाता तो अच्छा था, अमुक को मेरे आने का पता नहीं है, अमुक दिल्ली से बाहर है उससे नहीं मिल सका, इत्यादि, इत्यादि.