चौबोला वाक्य
उच्चारण: [ chaubolaa ]
उदाहरण वाक्य
- लोकसंगीत में रसिया, ढोला, आल्हा, लावणी, चौबोला, बहल-तबील, भगत आदि संगीत भी समय-समय पर सुनने को मिलता है।
- उपरिलिखित सूची में प्रत्येक महन्त अपने पूर्ववर्ती महन्त का शिष्य उल्लिखित है और प्रत्येक ने कुछ भक्ति कविताएँ लिखी, जिन्हें साखी, चौबोला या पद कहा जाता है।
- दोहा, चौपाई, कवित्त, कुंडली, बहरतबील, चौबोला, दौड़ और तरह-तरह के रसभरे गीत लिखना, सुनना और सराहना वहां का आम व्यसन बन गया।
- (ix) इसकी ख्याल गायकी के संवादों में बहरतबील, लावणी सादी, लावणी लंगड़ी, दबोला, चौबोला, कव्वाली, गजल, दादरा और ठुमरी छन्दों में संगत की प्रधानता होती है।
- भगत में भी नौटंकी की ही तरह दोहा, चौबोला, लावनी, रागनी, तबील, आल्हा, महाराज की धुन, दौड़, कड़ा, फेंकती और चलती छंदों का इस्तेमाल होता था.
- कविता के खेत की जुताई जहां तक नौटंकी के रचनाविधान का सवाल है उसमें पंडित नथाराम गौड़ ने जायसी से कथात्मकता, कबीर से दोहे, सूरदास से पद, तुलसी से चौपाई, लोक-लेखन से चौबोला और दौड़ और दरगाहों से नातिया कलाम और कव्वाली लीं।
- तीसरी कसम “ से लिया है | गीतकार शैलेन्द्र की यह महत्वाकांक्षी फिल्म थी जिसमें संगीतकार शंकर जयकिशन ने लोकगीतों की मौलिकता को बरक़रार रखा | इसी फिल्म से पहले हम आपको नौटंकी ” लैला मजनूँ ” के प्रारम्भिक दोहा, चौबोला के साथ और उसके बाद इसी नौटंकी में बहरेतबील के साथ नक्कारा की संगति सुनवाते हैं | नौटंकी के इन छन्दों को अपने समय के चर्चित कव्वाली गायक शंकर-शम्भू ने अपना स्वर दिया है |