जैन ग्रन्थों वाक्य
उच्चारण: [ jain garenthon ]
उदाहरण वाक्य
- अनुमोदन के लिए इतिहास सम्मत प्रमाणों, इतिहासज्ञ जैन विद्वानों एवं शोधकों के उद्धरणों तथा प्रामाणिक जैन ग्रन्थों के संदर्भित प्रसंगों का उल्लेख किया गया है।
- जैन ग्रन्थों के अनुसार बाईसंवें तीर्थंकर भगवान अरिष्टनेमी के पिता समुद्रविजय थे, और उनके छोटे भाई वासुदेव की पत्नि देवकी से कृ्ष्ण का जन्म हुआ था.
- पश्चिम के विद्वानों की परम्परा, जो अभी पांच हजार वर्ष पूर्व ही सभ्य हुए हैं, उनके द्वारा जैन ग्रन्थों को भी नकारना उनके अज्ञान को ही दर्शाता है।
- , अर्थववेद में, जैन ग्रन्थों में 28 नक्षत्रों के नाम आये हैं, इनमें से एक अभिजित नक्षत्र हमारी आकाशगंगा का नहीं होने से गणना में 27 नक्षत्र ही रखे जाते है।
- प्राचीन जैन ग्रन्थों में इस स्तूप का उल्लेख मिलता है, और कहा गया है कि यह स्तूप सुपार्श्वनाथ की स्मृति में निर्माण कराया गया था, तथा पार्श्वनाथ के काल में इसका उद्धार कराया गया था।
- प्राचीन जैन ग्रन्थों में इस स्तूप का उल्लेख मिलता है, और कहा गया है कि यह स्तूप सुपार्श्वनाथ की स्मृति में निर्माण कराया गया था, तथा पार्श्वनाथ के काल में इसका उद्धार कराया गया था।
- सत्ता अहिंसा अस्तेय (चोरी नहीं करना) अपरिग्रह (आवश्यकता से अधिक धन का संग्रह नहीं) और ब्रह्मचर्य आचार के इन पांच नियमों का उल्लेख लगभग सभी शास्त्रों (गीता, वेदों, जैन ग्रन्थों, बौध्द ग्रन्थों वैष्णव ग्रन्थों योग आदि में मिल जाता है।