ज्ञानाश्रयी शाखा वाक्य
उच्चारण: [ jenyaanaasheryi shaakhaa ]
उदाहरण वाक्य
- ज्ञानाश्रयी शाखा में सन्त कबीर के बाद सन्त रविदास या रैदास का नाम उल्लेखनीय है | कबीर के गुरु रामानन्द जी के बारह शिष्य थे, उनमें से एक थे रैदास या रविदास (ये रामदास, गुरु रविदास आदि नामों से भी प्रचलित थे) | इनका जन्म 1376 मे काशी में हुआ था | रैदास कबीर के बाद रामानंद जी के शिष्य हुए, ऐसा उनकी इस रचना से जान पड़ता है, जिसमें उन्होंने कबीर का जिक्र किया है: