ज्ञानेन्द्रियाँ वाक्य
उच्चारण: [ jenyaanenedriyaan ]
उदाहरण वाक्य
- रहने से जहाँ ज्ञानेन्द्रियाँ विषयों में फँसाने के साथ ही कर्तव्य कर्मों
- और तपी हुई सलाखों से उनकी ज्ञानेन्द्रियाँ जलायी जा रही हैं ;
- पांच ज्ञानेन्द्रियाँ-कान, नाक, आँख, जीभ एवं त्वचा।
- सतोगुणी अहं से ज्ञानेन्द्रियाँ, कर्मेन्द्रियाँ तथा उभयात्मक मन इन ग्यारह की उत्पत्ति हुई।
- ये ज्ञानेन्द्रियाँ ऊर्जा के विभिन्न रूपों को ग्रहण करने में दक्ष होती हैं।
- ये ही ज्ञानेन्द्रियाँ शक्तिस्वरूपा हैं तथा इन्हें साधने का प्रयास करना चाहिए.
- राजा तो आत्मा ही है कर्मेन्द्रियाँ और ज्ञानेन्द्रियाँ तो उसकी प्रजा हैं.
- सतोगुणी अहं से ज्ञानेन्द्रियाँ, कर्मेन्द्रियाँ तथा उभयात्मक मन इन ग्यारह की उत्पत्ति हुई।
- जिसमे विभिन्न इन्द्रियाँ हैं. दस इन्द्रियाँ हैं. पाँच ज्ञानेन्द्रियाँ हैं.
- सतोगुणी अहं से ज्ञानेन्द्रियाँ, कर्मेन्द्रियाँ तथा उभयात्मक मन इन ग्यारह की उत्पत्ति हुई।