झनक झनक पायल बाजे वाक्य
उच्चारण: [ jhenk jhenk paayel baaj ]
उदाहरण वाक्य
- उनकी फिल्मों-‘ झनक झनक पायल बाजे ' व ‘ डाक्टर कोटनीस की अमर कहानी ' के शीर्षक भी विषय के लिहाज से ठीक रहे।
- उन्होंने पुराने प्रसंगों का जिक्र करते हुए कहा, “ झनक झनक पायल बाजे ” के क्लाइमेक्स वाले तांडव नृत्य को मैं कभी नहीं भूल सकता।
- रेमो ने बताया कि वे माधुरी के साथ महान फिल्मकार वी शांताराम की ‘ नवरंग ' और ‘ झनक झनक पायल बाजे ' जैसी फिल्में बनाना चाहते हैं।
- इस फिल्म की कहानी की मांग ही थी नर्तक नायक की! लिहाजा झनक झनक पायल बाजे न बनी होती तो शायद गोपीकृष्ण कभी नायक ही न बने होते।
- ' झनक झनक पायल बाजे ' की अपार सफलता के बाद सन् १ ९ ५ ९ में शांतारामजी ने कुछ इसी तरह की एक और नृत्य और संगीतप्रधान फ़िल्म बनाने की सोची।
- बैजु बावरा ', ' शबाब ', ' झनक झनक पायल बाजे ', ' रागिनी ', और ' गूंज उठी शहनाई ' जैसी फ़िल्मों के लिए उन्होंने अपना स्वरदान किया।
- इन फिल्मों में शकुंतला, डा. कोटनीस की अमर कहानी, जीवन यात्रा, झनक झनक पायल बाजे, नवरंग, सेहरा, जल बिन मछली-नृत्य बिन बिजली, दो आंखें बारह हाथ आदि शामिल हैं।
- डॉ. कोटनिस की अमर कहानी, झनक झनक पायल बाजे, दो आंखे बारह हाथ, नवरंग, दुनिया ना माने जैसी अपने समय की बेहद चर्चित फ़िल्मों में शांताराम ने फ़िल्म निर्माण से जुड़े कई प्रयोग किए।
- ‘ दो आंखे बारह हाथ ', ‘ सेहरा ', ‘ झनक झनक पायल बाजे ', ‘ नवरंग ', ‘ जल बिन मछली नृत्य बिन बिजली ' से लेकर ‘ पिंजरा ' तक उनका साथ रहा।
- बाबुल मेरा नैहर छूटा ही जाये........इसे आप पंडित भीमसेन जोशी की आवाज में सुनिए,कुछ नया ही मिलेगा | झनक झनक पायल बाजे-उस्ताद आमिर अली खान साहेब की आवाज में | रचनाये बड़ी है,फुर्सत से सुनिए