झुलसा रोग वाक्य
उच्चारण: [ jhulesaa roga ]
उदाहरण वाक्य
- मक्का की फसल में प्रमुख रोग जैसे की तुलासिता, पत्तियों का झुलसा रोग, सूत्रकृमि तथा तना सड़न रोग से फसल के बचाव के लिए जिनेब की 2.
- राई में झुलसा रोग, सफेद गेरूई रोग, तुलसिता रोग, आरा मक्खी एवं मॉहू कीट आदि का प्रकोप हो जाता है, इनसे बचाव करके अच्छी उपज पाई जा सकती है।
- राई में झुलसा रोग, सफेद गेरूई रोग, तुलसिता रोग, आरा मक्खी एवं मॉहू कीट आदि का प्रकोप हो जाता है, इनसे बचाव करके अच्छी उपज पाई जा सकती है।
- 2-पत्ताों का धब्बा व झुलसा रोग: इस रोग से ग्रस्त पौधों की पत्तिायों के निचले भाग भूरे रंग के धब्बे हो जाते हैं जिसकी वजह से पौधों की बढ़ावर प्रभावित होती है।
- उन्होंने बताया कि आलू की फसल में अगेती / पछेती झुलसा रोग का प्रकोप होने पर पत्तियों पर भूरे एवं काले रंग के धब्बे बनते हैं तथा तीव्र प्रकोप होने पर सम्पूर्ण पौधा झुलस जाता है।
- कृषि विभाग के प्रसार शिक्षा एवं प्रशिक्षण ब्यूरो से प्राप्त जानकारी के अनुसार राई में झुलसा रोग के तहत पत्तियों और फलियों पर गहरे कत्थई धब्वे बन जाते हैं जिसमें गोल गोल छल्ले स्पष्ट दिखाई देते हैं।
- कृषि विभाग के प्रसार शिक्षा एवं प्रशिक्षण ब्यूरो से प्राप्त जानकारी के अनुसार राई में झुलसा रोग के तहत पत्तियों और फलियों पर गहरे कत्थई धब्वे बन जाते हैं जिसमें गोल गोल छल्ले स्पष्ट दिखाई देते हैं।
- खरीफ में मक्का की ख्ेाती को नुकसान पहुंचाने वाले कीट / रोगों में-तना छेदक कीट, पत्ती लपेटक कीट, टिड्डा एवं मुडली कीट, तुलसितरा रोग, झुलसा रोग, सूत्रकृमि रोग एवं तना सड़न रोग मुख्य है।
- इस निरंतर प्रयास में उन्होंने पाया कि इस नई किस्म के धान पर बीमारी कम लगती थी, उस समय झुलसा रोग से धान की फसलें तबाह हो जाया करती थी, लेकिन इस धान में इस रोग का असर नहीं था।
- नत्रजन बुवाई से ३ ०-३ ५ दिन बाद टॉप ड्रेसिंग के रूप में प्रयोग करना चाहिए | संतुलित उर्वरको का प्रयोग कर के कई तरह की बीमारियों से बचा जा सकता है | १. झुलसा रोग की पहचान: