ठाकुर रामसिंह वाक्य
उच्चारण: [ thaakur raamesinh ]
उदाहरण वाक्य
- कुँवर जगदीशसिंह का लड़कपन तो लाड़-प्यार से बीता था, परन्तु जब ठाकुर रामसिंह मुकदमेबाजी से बहुत तंग आ गये और यह सन्देह होने लगा कि कहीं रानी की चालों से कुँवर साहब का जीवन संकट में पड़ जाय, तो उन्होंने विवश होकर कुँवर साहब को देहरादून भेज दिया।
- आज से सात वर्ष पूर्व जब बरहल के महाराज ठीक युवावस्था में घोड़े से गिर कर मर गये थे और विरासत का प्रश्न उठा तो महाराज के कोई सन्तान न होने के कारण, वंश-क्रम मिलाने से उनके सगे चचेरे भाई ठाकुर रामसिंह को विरासत का हक पहुँचता था।
- ६ आज से सात वर्ष पूर्व जब बरहल के महाराज ठीक युवावस्था में घोड़े से गिर कर मर गये थे और विरासत का प्रश्न उठा तो महाराज के कोई सन्तान न होने के कारण, वंश-क्रम मिलाने से उनके सगे चचेरे भाई ठाकुर रामसिंह को विरासत का हक पहुँचता था।
- इस अवसर पर कलेक्टर ठाकुर रामसिंह, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री नीरज बंसोड़, नगर निगम आयुक्त श्री अवनीश शरण, नगर निगम के सभापति अशोक विधानी, पार्षद महेश चन्द्रिकापुरे, उत्कर्ष तिवारी आदि तथा विभिन्न स्थानों से आए मरीज एवं उनके परिजन उपस्थित थे।
- कुँवर जगदीशसिंह का लड़कपन तो लाड़-प्यार से बीता था, परन्तु जब ठाकुर रामसिंह मुकदमेबाजी से बहुत तंग आ गये और यह सन्देह होने लगा कि कहीं रानी की चालों से कुँवर साहब का जीवन संकट में पड़ जाय, तो उन्होंने विवश होकर कुँवर साहब को देहरादून भेज दिया।
- इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के क्षेत्र संगठन मंत्री श्री दिनेश कुमार ने ठाकुर रामसिंह के साथ बिताए अपने क्षणों और उनके तपस्वी जीवन का मार्मिक वर्णन करते हुए कहा कि असम क्षेत्र में प्रचारक जीवन के दौरान ठाकुर साहब की एक आंख सदा के लिए चली गई थी।
- ठाकुर रामसिंह की स्मृति में आयोजित श्रद्धाञ्जलि सभा में वक्ताओं ने कहाउनका व्यक्तित्व बहुआयामी थागत 10 सितम्बर को अखिल भारतीय इतिहास संकलन योजना समिति, दक्षिण बिहार प्रांत के तत्वावधान में समिति के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक व प्रख्यात चिन्तक ठाकुर रामसिंह के निधन पर विश्व संवाद केन्द्र, पटना के सभागार में श्रद्धाञ्जलि सभा का आयोजन किया गया।
- ठाकुर रामसिंह की स्मृति में आयोजित श्रद्धाञ्जलि सभा में वक्ताओं ने कहाउनका व्यक्तित्व बहुआयामी थागत 10 सितम्बर को अखिल भारतीय इतिहास संकलन योजना समिति, दक्षिण बिहार प्रांत के तत्वावधान में समिति के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक व प्रख्यात चिन्तक ठाकुर रामसिंह के निधन पर विश्व संवाद केन्द्र, पटना के सभागार में श्रद्धाञ्जलि सभा का आयोजन किया गया।
- Ishwara Nand Sharma (Saraswat)पंडित नरोत्तम दास स्वामी, सूर्यकरण पारीक, ठाकुर रामसिंह, शम्भु दयाल सकसेना, श्री लाल नथमल जोशी, अगर चंद नाहटा, पंकज मदेरना,मनोहर शर्मा, छगन मोहता, डॉ: माधोदास व्यास, हरीश भादाणी, नंदकिशोर आचार्य, यादवेन्द्र शर्मा चन्द्र, अन्नाराम सुदामा, सांवर दइया, लालचंद भावुक, माल चंद तिवाडी, नीरज दइया, वासु आचार्य, भवानी शंकर व्यास विनोद, तथा लक्ष्मी नारायण रंगा के नाम प्रमुख है