तरुण भारत संघ वाक्य
उच्चारण: [ terun bhaaret sengh ]
उदाहरण वाक्य
- मैगसेसे पुरस्कार से सम्मानित जल राणा राजेंद्र सिंह बताते हैं कि राजस्थान की उनकी संस्था तरुण भारत संघ के पानी बचाने के बड़े काम को सफल बनाने में इस पुस्तक का बहुत बड़ा हाथ है.
- रालेगन सिद्धि में अन्ना हजारे, तरुण भारत संघ राजस्थान में तथा अन्य सैंकड़ों लोग वर्षा जल को व्यर्थ बह जाने से बचाने तथा भूमिगत जल के पुनर्भरण के काम में सफलता पूर्वक लगे हैं.
- संगोष्ठी में बोलते हुए मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित तरुण भारत संघ के राजेन्द्र सिंह ने कहा कि पानी को समझने, सहेजने और इस पर समान हक कायम करने के लिये संघर्ष करना समय की आवश्यकता है।
- वास्तव में तरुण भारत संघ के कार्य एवं ऐसी विभिन्न प्रयासों ने यह प्रदर्शित किया है कि जब स्थानीय जल व्यवस्था को पुनर्जिवित किया जाता है तो, राजस्थान जैसे इलाके में भी भूजल के गिरते स्तर को थामकर उसके स्तर बढ़ाया जा सकता है।
- पिछले वर्षों में राजस्थान के अलवर जिले में कोई 40 किमी लंबी अरवरी नाम की एक नदी देश की बाकी नदियों की तरह लगभग दम तोड़ चुकी थी, लेकिन फिर वहाँ पर तरुण भारत संघ ने अरवरी के दोनों किनारों पर बसे गाँव को संगठित किया।
- पिछले वर्षों में राजस्थान के अलवर जिले में कोई 40 किमी लंबी अरवरी नाम की एक नदी देश की बाकी नदियों की तरह लगभग दम तोड़ चुकी थी, लेकिन फिर वहां पर तरुण भारत संघ ने अरवरी के दोनों किनारों पर बसे गांव को संगठित किया।
- राजस्थान के जो इलाके सरकारी फाइलों में डार्क जोन घोषित थे, वहां 80 के दशक में पानी को लेकर राजेंद्र सिंह ने काम करना शुरु किया-अकेले. फिर गांव के लोग जुड़ने लगे. तरुण भारत संघ बना. जल संरचना पर काम बढ़ता गया.
- 2. उत्तर प्रदेश निवासी श्री राजेन्द्र सिंह ने दस वर्षों में राजस्थान के 750 गांवों में तरुण भारत संघ के हजारों नौजवानों के श्रमदान से 3600 छोटे-छोटे जोहड़ बांध व तालाब बांधकर तथा लाखों वृक्ष लगाकर 650 वर्ग कि. मी. रेगिस्तानी क्षेत्र को हरा-भरा कर दिया।
- २-इन किताबों के सहलेखक के तौर पर तो अविनाश जी का नाम तो है ही आखिर! कोई ये बताये कि तरुण भारत संघ के द्वारा किये गए पानी से सम्बंधित कार्य को किताब में ढालना और वो भी एन जी ओ के कर्मचारी के द्वारा-जबकि यह कार्य कर्मचारी के जाब का हिस्सा है या नहीं-ये नहीं पता-कितना उचित लगता है!
- १-जनसत्ता में प्रकाशित लेख में कहीं से ये स्पष्ट नहीं हैं कि अविनाश जी किस हैसियत से तरुण भारत संघ से जुड़े थे! अविनाश कुछ कलम से जुड़ने की तरफ अस्पष्ट सा इशारा करते हैं वहीं मोहन श्रोत्रिय स्पष्ट रूप से कहते हैं कि अविनाश जी एक कंप्यूटर आपरेटर की हैसियत से वहां थे! दरअसल मेरे अनुभव के आधार पर एन जी ओ में युवा लोगों के साथ होता यूँ है-“ जूतो सिलाई थेक्के चोन्डी पाठ! ” अर्थात जूता सिलाई से लेकर पुरोहिती तक का काम करना पड़ता है!