तलत अज़ीज़ वाक्य
उच्चारण: [ telt ajeij ]
उदाहरण वाक्य
- इसके बाद आया लाजवाब कार्यक्रम जो पूरे साल भर में शायद ऐसा कार्यक्रम पहला ही रहा, गायक तलत अज़ीज़ द्वारा प्रस्तुत ग़ैर फ़िल्मी रचनाओं का गुलदस्ता।
- इनमें शामिल हैं शैलेन्द्र सिंह, कुमार सानू, कविता कृष्णमूर्ती, एस. पी. बालासुब्रह्मण्यम, सुखविंदर सिंह, तलत अज़ीज़, रूप कुमार राठोड़।
- तलत अज़ीज़ यूँ तो जगजीत सिंह के जमाने के गायक हैं, लेकिन इनकी गायकी का अंदाज़ मेहदी हसन जैसे क्लासिकल गज़ल-गायकी के पुरोधाओं से मिलता-जुलता है।
- टीवी पर स्वरकोकिला लता मंगेशकर, खैय्याम साहब, आबिदा परवीन, हरिहरन, पंकज उधास, तलत अज़ीज़ और अन्य संगीत नगीनों की राय मेहदी साहब के बारे में देखता-सुनता रहा.
- जन्म से “ तलत अब्दुल अज़ीज़ खान ” और फ़न से “ तलत अज़ीज़ ” का जन्म १ ४ मई १ ९ ५५ को हैदराबाद में हुआ था।
- अच्छा दोस्तों, जगजीत सिंह से याद आया कि तलत अज़ीज़ का पहला ऐल्बम, जो १ ९ ७ ९ में जारी हुआ था, उसका शीर्षक था ' Jagjit Singh presents Talat Aziz ' ।
- ख़ास तौर से तलत अज़ीज़ के गाये दो गीत-“आइना मुझसे मेरी पहली सी सूरत माँगे, मेरे अपने मेरे होने की निशानी माँगे” और “घर के उजियारे सो जा रे, डैडी तेरा जागे तू सो जा रे”।
- करीब दस साल बाद ख़य्याम ने फ़िल्म इंडस्ट्री में प्लस इंटरटेनमेंट की फ़िल्म ' बनारस 1918-ए लव स्टोरी' और गौतम घोष की फ़िल्म 'यात्रा' से वापसी की है और तलत अज़ीज़ के साथ एक एलबम भी कर रहे हैं.
- मूलत: एक ग़ज़ल गायक, तलत अज़ीज़ नें कुछ गिनी-चुनी फ़िल्मों में भी पार्श्वगायन किया है जिनमें शामिल हैं ' उमरावजान ', ' बाज़ार ', ' औरत औरत औरत ', ' धुन ' और ' डैडी ' ।
- एक से एक लाजवाब! उधर तलत अज़ीज़ के गाए “ज़िंदगी जब भी तेरी बज़्म में लाती है हमें” भी तो हमें एक अलग ही दुनिया में लिए जाते हैं जिसे सुन कर यह ज़मीं चांद से बेहतर हमें भी नज़र आने लगती हैं।