तीसरा सप्तक वाक्य
उच्चारण: [ tiseraa septek ]
उदाहरण वाक्य
- प्रकाशित कृतियाँ कविता संग्रह-चक्रव्यूह (१९५६), तीसरा सप्तक (१९५९),परिवेश: हम-तुम(१९६१), अपने सामने (१९७९), कोई दूसरा नहीं(१९९३), इन दिनों(२००२)।
- नई कविता आंदोलन के सशक्त हस्ताक्षर कुँवर नारायण अज्ञेय द्वारा संपादित तीसरा सप्तक (१९५९) के प्रमुख कवियों में रहे हैं।
- 2009 में वर्ष 2005 के ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किया गए कुँवर नारायण ने तीसरा सप्तक के कवि-वक्तव्य में कहा,
- नई कविता आंदोलन के सशक्त हस्ताक्षर नारायण अज्ञेय द्वारा संपादित तीसरा सप्तक (1959) के कवियों में रहे हैं।
- साही, सर्वेश्वर दयाल सक्सेना और मदन वात्स्यायन जैसे साहित्यकारों के साथ कीर्ति चौधरी को भी तीसरा सप्तक का हिस्सा बनाया.
- मैंने अज्ञेय जी के तीसरा सप्तक पर उन्हें लम्बी टिप्पणी भेजी थी, जिसके उत्तर में उन्होंने तीन वाक्य लिखें।
- नयी कविता आंदोलन के सशक्त हस्ताक्षर कुँवर नारायण अज्ञेय द्वारा संपादित तीसरा सप्तक (१९५९) के प्रमुख कवियों में रहे हैं।
- उन्होंने कहा कि आप तीसरा सप्तक पढ़ें और विचार करें कि उसकी तुलना में चौथा सप्तक किस श्रेणी में आता है।
- एक सप्तक संपादित किया जो तीसरा सप्तक था और उसमें शामिल रचनाकारों के नाम हैं-प्रयाग नारायण त्रिपाठी, कुंवर नारायण, कीर्ति
- संग्रह) १९४२ तार सप्तक (कविता संग्रह) १९४३ दूसरा सप्तक (कविता संग्रह)१९५१ तीसरा सप्तक (कविता संग्रह) सम्पूर्ण १९५९ नये एकांकी १९५२ रूपांबरा १९६०।