त्रिरत्न वाक्य
उच्चारण: [ teriretn ]
उदाहरण वाक्य
- अन्य विवरण::• सदस्य, भारतीय बौद्ध अध्ययन सोसाइटी की आजीवन सदस्यता • पालि भाषा एवं साहित्य अनुसंधान परिषद् के संस्थापक सदस्य व महासचिव • बुद्ध त्रिरत्न मिशन, नई दिल्ली के आजीवन सदस्य
- सात हजार से अधिक चित्रों का निर्माता रोरिक के प्रसिद्ध चित्रों में टूटा तारा, दूर देश का आगत, कल्कि अवतार, दाता बुद्ध, चरक, त्रिरत्न आदि निगाए जा सकते हैं।
- इस त्रिरत्न की उपेक्षा करने वाली खोजी पत्रकारिता चाहे कितनी ही मादक और उत्तेजक क्यों न हो, परंतु पत्रकार और पाठक के लिए और अंतत: समाज के लिए हितकारी नहीं हो सकती।
- दूसरी पट्टी में अष्ट मांगलिक लक्षण, त्रिरत्न, मत्स्ययुगल, श्रीवत्स, पूर्णघट, शंख, स्वस्तिक, मोदकभरा कटोरा और दोनों में माला, बीच-बीच में पंचागुलकों से अगल किये गए हैं।
- भाब्रु लघु शिलालेख में अशोक त्रिरत्न-बुद्ध, धम्म और संघ में विश्वास करने के लिए कहता है और भिक्षु तथा भिक्षुणियों से कुछ बौद्ध ग्रंथों का अध्ययन तथा श्रवण करने के लिए कहता है।
- मंगल कलश शब्द की स्थापना ही इसलिए हुई क्योंकि कलश को अष्ट मांगलिक चिह्नों (पूर्णघट भद्रासन, स्वास्तिक, मीन-युग्म, शराव-सम्पुट, श्रीवत्स, रत्नपात्र, व त्रिरत्न) में सर्वप्रथम स्थान प्राप्त है।
- चाहे भगवान बुद्ध का अष्टांगिक मार्ग हो या भगवान महावीर के त्रिरत्न की कल्पना हो या योग, सांख्य, वेदांत आदि शास्त्र हों प्रत्येक जगह मानसिक शांति के लिए ज्ञान और समाधि पर जोर दिया जाता है।
- जैनों की प्रारम्भिक पूजा पद्धति में निम्नांकित प्रतीकों का स्थान महत्त्वपूर्ण था-धर्मचक्र, स्तूप, त्रिरत्न, चैत्यस्तम्भ, चैत्य-वृक्ष, पूर्णघट, श्रीवत्स, शराव-संपुट, पुष्प-पात्र, पुष्प-पडलग, स्वस्तिक, मत्स्य-युग्म, व भद्रासन।
- कोणार्क सूर्यमन्दिर बनने के समय तक शैव, वैष्णव और शाक्त मतों के समन्वय का एक महत्त्वपूर्ण चरण पूर्ण हो चुका था जिनके क्रमश: तीन प्रतीक भैरवरूप शिव, पुरुषोत्तम और शक्ति पुरी के गर्भगृह में बौद्धों के त्रिरत्न को चुनौती देते विराजमान थे।
- दोनों हाथ गोद पर रखे होते हैं, दाहिना हाथ बाएं पर होता है और उंगलियां पूरी तरह से फैली होती हैं तथा हथेलियां ऊपर की ओर, एक त्रिकोण का निर्माण होता है, जो आध्यात्मिक अग्नि या त्रिरत्न, तीन आभूषण का प्रतीक है.