दक्षिण कौशल वाक्य
उच्चारण: [ deksin kaushel ]
उदाहरण वाक्य
- प्राचीन काल में छत्तीसगढ़ का उत्तरी भाग (रायपुर, बिलासपुर क्षेत्र) दक्षिण कौशल के नाम विख्यात था, जबकि दक्षिणी भारत (बस्तर क्षेत्र) दंडकारण्य, महाकांत्तार, चक्रकोट के नाम से जाना जाता था।
- भारत में दो क्षेत्र ऐसे हैं जिनका नाम विशेष कारणों से बदल गया-एक तो ‘ मगध ' जो बौद्ध विहारों की अधिकता के कारण “ बिहार ” बन गया और दूसरा ‘ दक्षिण कौशल ' जो छत्तीस गढ़ों को अपने में समाहित रखने के कारण “ छत्तीसगढ़ ” बन गया।
- -रामहृदय तिवारी छत्तीसगढ़-भारत का हृदय स्थल-एक प्यारा सा प्रान्त, जिसे इतिहास ने दक्षिण कौशल के नाम से पुकारा है, भूगोल ने धान का कटोरा कहकर स्नेह से दुलारा है, पुरातत्व ने जिसे महाकान्तार की संज्ञा से संवारा है-वहीं संस्कृति ने ' लोक कलाओं का कुबेर ' कहकर अंचल का मान बढ़ाया है।
- छत् तीसगढ-भारत का ह्रदय स् थल-एक प् यारा सा प्रान् त, जिसे इतिहास ने दक्षिण कौशल के नाम से पुकारा है, भूगोल ने धान का कटोरा कहकर स् नेह से दुलारा है, पुरातत् व ने जिसे महाकान् तार की संज्ञा से संवारा है-वहीं संस् क्रति ने लोक कलाओं का कुबेर कहकर अंचल का मान बढाया है ।
- प्रस्तुत है छत्तीसगढ के ख्यातिनाम लोकनाट्य एवं फिल्म निर्देशक श्री राम हृदय तिवारी जी से इस संबंध में उनके विचार जो उनकी कलापारखी निगाहों एवं छत्तीसगढ की संस्कृति के गहरे अनुभव व अध्यन का सार है:-छत्तीसगढ-भारत का ह्रदय स्थल-एक प्यारा सा प्रान्त, जिसे इतिहास ने दक्षिण कौशल के नाम से पुकारा है, भूगोल ने धान का कटोरा कहकर स्नेह से दुलारा है, पुरातत्व ने जिसे महाकान्तार की संज्ञा से संवारा है-वहीं संस्क्रति ने लोक कलाओं का कुबेर कहकर अंचल का मान बढाया है ।