दमादम मस्त कलंदर वाक्य
उच्चारण: [ demaadem mest kelnedr ]
उदाहरण वाक्य
- दमादम मस्त कलंदर, अली दा पहला नंबर “, ” ओ रब्बा दिल आये मुश्किल के “, ” कौन रूठे यार मनाये “, ” रब्बा हुण की करिये “, ” ना दिल देंदी बेदर्दी नु ” जैसे गीत बेहद मक़बूल हुए।
- लगभग दो घंटे तक चले इस सांस्कृतिक कार्यक्रम में उस्ताद रहमत खां लांगा की टीम द्वारा प्रस्तुत विभिन्न लोक गीतों दमादम मस्त कलंदर व होलिया में उड़े रे गुलाल की अनूठी प्रस्तुति से होली के आगमन से पूर्व ही महाविद्यालय के प्रांगण को रंग बिरंगा व संगीतमय बना दिया।
- सजीव-“ याद पिया की आए ” की तरह एक और पारम्परिक रचना है “ दमादम मस्त कलंदर, अली दम दम दे अंदर ”, जिसे हर दौर में अलग अलग फ़नकारों ने गाए हैं, जैसे कि नूरजहाँ, अबीदा परवीन, रूना लैला, नुसरत फ़तेह अली ख़ान और भी बहुत सारे।
- कहरवा ताल पर आधारित इस फ्यूजन में देह कहरवा के अतिरिक्त मांड कहरवा केसरिया बालम..., लोक कहरवा पर आधारित हिचकी..., जोग कहरवा पर बुल्लेशाह के कलाम, विभिन्न ताल वाद्यों द्वारा प्रस्तुत सब रंग कहरवा, कहरवा फॉर विक्ट्री, कहरवा फॉर पीस के अतिरिक्त राग यमन पर आधारित सूफी रचना दमादम मस्त कलंदर की पेशकश भी खास आकर्षण होगी।
- इसके अंतर्गत राग देस पर आधारित देस कह रवा, प्रसिद्ध मांड केसरिया बालम पर आधारित मांड कहरवा, प्रसिद्ध लोक गीत हिचकी पर आधारित लोक कहरवा, बुल्लेशाह के कलाम एवं राग जोग पर आधारित जोग कहरवा, विभिन्न ताल वाद्यों द्वारा प्रस्तुत सबरंग कहरवा, कहरवा फॉर विक्ट्री, राग यमन पर आधारित मशहूर सूफी रचना दमादम मस्त कलंदर रचनाएं प्रस्तुत की जाएंगी।
- इस कार्यक्रम में कई देशों में अपनी कला का प्रदर्शन करने वाले जैसलमेर जिले के बरणा गांव के अन्तर्राष्ट्रीय लोक कलाकार गाजी खां एवं उनके साथी कलाकारों ने डेजर्ट सिफनी में विभिन्न लोक वाद्ययंत्रों की लय ताल व नादों का परिचय कराते हुए ‘ दमादम मस्त कलंदर एवं नींबूडा गीत सहित अपनी मनभावन प्रस्तुतियों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
- जागरण संवाद केंद्र, पानीपत: थर्मल कालोनी स्थित डीएवी पब्लिक स्कूल में बुधवार को कव्वाली का कार्यक्रम आयोजित किया गया। दमादम मस्त कलंदर की बोल से स्कूल परिसर गूंज उठा। विद्यालय के शिक्षकों व बच्चों ने कव्वाली का खूब लुत्फ उठाया। डीएवी थर्मल स्कूल में स्पिक मैके की तरफ से कव्वाली का आयोजन किया गया। दिल्ली के मशहूर कव्वाल कादर नियाजी व उनकी टीम ने सूफी कव्वाली प्रस्तुत कर खूब वाहवाही लूटी। अल्लाह हूं.. मौला मेरे मौला, ब्रज के नंदलाल व दमादम मस्त कलंदर की बोल ने कार्यक्रम को रूहानी बना दि
- जागरण संवाद केंद्र, पानीपत: थर्मल कालोनी स्थित डीएवी पब्लिक स्कूल में बुधवार को कव्वाली का कार्यक्रम आयोजित किया गया। दमादम मस्त कलंदर की बोल से स्कूल परिसर गूंज उठा। विद्यालय के शिक्षकों व बच्चों ने कव्वाली का खूब लुत्फ उठाया। डीएवी थर्मल स्कूल में स्पिक मैके की तरफ से कव्वाली का आयोजन किया गया। दिल्ली के मशहूर कव्वाल कादर नियाजी व उनकी टीम ने सूफी कव्वाली प्रस्तुत कर खूब वाहवाही लूटी। अल्लाह हूं.. मौला मेरे मौला, ब्रज के नंदलाल व दमादम मस्त कलंदर की बोल ने कार्यक्रम को रूहानी बना दि