दीपक राग वाक्य
उच्चारण: [ dipek raaga ]
उदाहरण वाक्य
- दीपक राग से दीप प्रज्वलित होना और मल्हार से वर्षा होने जैसी किवदंतियां उत्तर भारत के लोक जीवन में व्याप्त है।
- (२) दीपक राग को ग्रीष्म ऋतु में सांध्य बेला में गाया जाता है, इससे अनुकम्पा या दया का भाव जागता है;
- दीपक राग से दीपक जल उठता है और मल्हार राग से मेघ बरसना यह कला की साधना का ही चरमोत्कर्ष है ।
- दीपक राग से दीपक जल उठता है और मल्हार राग से मेघ बरसना यह कला की साधना का ही चरमोत्कर्ष है ।
- इसीलिए महादेवी “ सब बुझे दीपक जला लूँ … … आज दीपक राग गा लूँ | ” की बात करती हैं |
- इन जुड़वां बहनों ने संगीत सम्राट तानसेन को दीपक राग से उनकी देह में पैदा हुई अग्नि ज्वालाओं से मुक्ति दिलवाई थी।
- सी पी रविकुमार टेक्सास इंस्ट्रूमेंट्स कहते हैं तानसेन एक ऐसा अद्भुत गायक था जो दीपक राग गा कर दिये जला देता था।
- एक बार पुकार लेना ज्वार को तरणी बना मैं इस प्रलय का पार पा लूँ आज दीपक राग गा लूँ-महादेवी वर्मा
- महान कवयित्री महादेवी वर्मा की अधोलिखित कविता से पढ़िए और आनन्द लीजिये एक महान रचना का........... आज दीपक राग गा लूँ..........
- कल बिजुरी ने पावस गीत दीपक राग आज हर दीप भ्रमर गीत गाते मन मीत सात सुरों में अरु बयार ने उत्ससव गीत सुनाए।