दो आँखें बारह हाथ वाक्य
उच्चारण: [ do aanekhen baarh haath ]
उदाहरण वाक्य
- मुझसे बोले ; ” जिसे देखो उसी ने प्रोफाइल में लिख दिया है पसंदीदा फ़िल्म दो आँखें बारह हाथ, दो बीघा ज़मीन और नवरं ग.
- जागते रहो ' नगरीय जीवन की संवेदनहीनता को उजागर करती थी, ‘ दो आँखें बारह हाथ ' डाकुओं के आत्मसमर्पण पर आधारित थी, तो ‘
- ' गांधी '-' मुग़ल-ए-आज़म ' जैसी भव्य, ' मदर इण्डिया ' जैसी मर्मस्पर्शी और ' दो आँखें बारह हाथ ' जैसी सन्देशवाहक फिल्म थी।
- वी. शांताराम ने दो आँखें बारह हाथ फ़िल्म बनाई, तब उनकी उम्र सत् तावन साल थी और वो बहुत ही चुस् त-दुरूस् त हुआ करते थे।
- सन् १ ९ ५ ७ में वी. शांताराम ने ' दो आँखें बारह हाथ ' फ़िल्म का निर्माण व निर्देशन किया, और स्वयं अभिनय भी किया।
- एक फिल्म देखी थी-“ दो आँखें बारह हाथ ”.... इसमें समाज का हित चाहने वाला जेलर छः कैदियों को सुधारने की कोशिश में अनेक कष्ट झेलता है।
- सन् 1956 में राजकपूर की ‘ जागते रहो ', वी. शांताराम की ‘ दो आँखें बारह हाथ ' तथा ख्वाजा अहमद अब्बास की ‘ मदर इण्डिया ' प्रदर्शित हुईं।
- दो आँखें बारह हाथ का संगीत शांताराम की अन् य फ़िल् मों की तरह उत् कृष् ट था और आज भी रेडियो स् टेशनों पर इसकी खूब फरमाईश की जाती है।
- ‘ दो आँखें बारह हाथ ' तथा ‘ जिस देष में गंगा बहती है ' फिल्में देखकर कई अपराधियों का हृदय परिवर्तन हो गया था और उन्होंने अपराध से तौबा कर ली थी।
- कि फिल्म “ दो आँखें बारह हाथ ” का कथानक ब्रिटिश शासनकाल में एक भारतीय रियासत की सत्य घटना पर आधारित था | फिल्म के आरम्भ में यह घोषणा व्ही. शान्ताराम ने की थी