नंददास वाक्य
उच्चारण: [ nendedaas ]
उदाहरण वाक्य
- नंददास प्रभु छोटे, भेदभाव मोटे मोटे, खायो है माखन शोभा देखो ये बदन की॥२॥
- नंददास के सुदामाचरित के बाद नरोत्तमदास का ही लेखन इस विषय पर मिलता है।
- नंददास हिन्दी में अष्टछाप के प्रमुख कवि, जो सूरदास के बाद सबसे प्रसिद्ध हुए।
- अष्टछाप के भक्त कवियों में सबसे ज्येष्ठ कुम्भनदास थे और सबसे कनिष्ठ नंददास थे।
- “अनुभवमंजरी” नामक अपनी रचना में दयाराम ने स्वयं को नंददास का अवतार माना है।
- नंददास ये सूरदास जी के प्राय: समकालीन थे और उनकी गणना अष्टछाप में है।
- इनकी कविता उसी ढंग की है जिस ढंग की कृष्णोपासक नंददास जी की है-
- इनके संबंध में यह कहावत प्रसिद्ध है कि ' और कवि गढ़िया, नंददास जड़िया।
- नंददास की आस श्री यमुने पूरन करी, तातें घरी घरी चित्त लावि ॥२॥ २०) भाग्य
- काव्यसौष्ठव की दृष्टि से सर्वप्रथम स्थान सूरदास का है तथा द्वितीय स्थान नंददास का है।