नंददुलारे वाजपेयी वाक्य
उच्चारण: [ nendedulaar vaajepeyi ]
उदाहरण वाक्य
- प्रगतिवादियों और नंददुलारे वाजपेयी ने अज्ञेय और प्रयोग की दृष्टि पर जो आक्षेप लगाए, उनका करारा जवाब अज्ञेय ने दूसरा सप्तक (1951) और तीसरा सप्तक (1959) की भूमिकाओं में दिए हैं।
- प्रेमचंद, रामचन्द्र शुक्ल, मैथिलीशरण गुप्त, माखनलाल चतुर्वेदी तो प्रसाद की महत्ता को समझते और अनुभव करते ही थे, निराला, सुमित्रानंदन पंत, नंददुलारे वाजपेयी भी प्रसाद की अगुवाई में ही हिन्दी स्वच्छंदतावाद के युगांतरकारी निर्माण में अपना योगदान कर रहे थे।
- शुक्लोत्तर आलोचकों में नंददुलारे वाजपेयी और हजारीप्रसाद द्विवेदी ने अपनी आलोचना के माध्यम से आलोचना और राजनीति के सरोकारों का अपनी-अपनी तरह से विकास किया. साहित्य के साथ-साथ इन आलोचकों ने राजनीति को भी आलोचना का विषय बनाया.
- सत्येंद्र, मैथिलीशरण गुप्त, हरिमाऊ उपाध्याय, शांतिप्रिय द्विवेदी, रायकृष्णदास, वृंदावनलाल वर्मा, वासुदेवशरण अग्रवाल, हरिवंशराय बच्चन, नंददुलारे वाजपेयी, विनय मोहन शर्मा, भगवानदास केला, कन्हैयालाल सहल और टीएन चतुर्वेदी आदि प्रशंसक रहे है।
- नंददुलारे वाजपेयी ने तो प्रेमचंद क्या समस्त हिन्दी की पंचायत में मंजूर करते हुए लिखा ' इन दोनों बातों से मेरा कोई झगड़ा नहीं कि आपके द्घर के 'मेहतर' और एक 'मामूली किसान' के जीवन में अमर साहित्य का विषय बनने की क्षमता है।
- आचार्य नंददुलारे वाजपेयी, रसाल जी, डा. शि वमंगल सिंह सुमन, डा. नामवर सिंह, अंचल जी, विजय बहादुर सिंह से जुड़े प्रसंग, विश्वविद्यालयों में हिंदी विभागों की राजनीति सभी कुछ चर्चा के केंद्र में आ गए थे।
- मेरा मानना रहा कि वे अद्भुत मेधा के आलोचक थे तथा जैसे नगेन्द्र, हजारी प्रसाद द्विवेदी, नंददुलारे वाजपेयी की एक त्रयी थी उसी तरह रामविलास शर्मा, नामवर सिंह की त्रयी में अगर तीसरा नाम किसी का हो सकता था तो वह उपाध्यायजी का ही था।
- मेरा मानना रहा कि वे अद्भुत मेधा के आलोचक थे तथा जैसे नगेन्द्र, हजारी प्रसाद द्विवेदी, नंददुलारे वाजपेयी की एक त्रयी थी उसी तरह रामविलास शर्मा, नामवर सिंह की त्रयी में अगर तीसरा नाम किसी का हो सकता था तो वह उपाध्यायजी का ही था।
- स्मरण खण्ड़ के अतर्गत नंददुलारे वाजपेयी के पत्र कवि निराला, जयशंकर प्रसाद, रामविलास शर्मा के नाम, वाचस्पति पाठक के पत्रांश कवि प्रसाद के नाम एवं रामविलास शर्मा का आलेख ‘ छायावाद के समर्थ आलोचक नंददुलारे वाजपेयी ' ऐसी रचनाएं हैं जिन्हें हर गंभीर पाठक सहेज कर रखना चाहेगा।
- स्मरण खण्ड़ के अतर्गत नंददुलारे वाजपेयी के पत्र कवि निराला, जयशंकर प्रसाद, रामविलास शर्मा के नाम, वाचस्पति पाठक के पत्रांश कवि प्रसाद के नाम एवं रामविलास शर्मा का आलेख ‘ छायावाद के समर्थ आलोचक नंददुलारे वाजपेयी ' ऐसी रचनाएं हैं जिन्हें हर गंभीर पाठक सहेज कर रखना चाहेगा।