नरेश भारतीय वाक्य
उच्चारण: [ neresh bhaaretiy ]
उदाहरण वाक्य
- नरेश भारतीय के विचार जनार्दन अग्रवाल द्वारा रखे गए, जहाँ उन्होंने यू. के. की प्रथम हिंदी पत्रिका “ चेतक ” के जन्म से विकास की कहानी को अपने संघर्ष के अनुभवों को सबके साथ बांटा।
- कृष्ण कुमार, चित्रा कुमार, तितिक्षा शाह, डा. के. के. श्रीवास्तव, नरेश भारतीय, अनिल शर्मा, के. बी. एल. सक्सेना, सलमान आसिफ़, के. सी. मोहन, परवे ज.
- मंच पर जहां विभिन्न भूमिकाओं में रवि मोहन, राहुल पाठक, नितिन कालरा, विशेष विद्रोही, संजय सोनी, प्रसून नारायण, मनोज कुमार, कुमार महेन्द्र, नवीन, राखी जोशी और नरेश भारतीय विभिन्न भूमिकाओं को निबाहते हुए खूब पसंद किए गए।
- पाकिस्तान पश्चिम के दोहन की कला में प्रवीण है और परमाणु बम के प्रयोग की धमकी देकर दोहन को जारी रखने का प्रयत्न करेगा लेकिन इसका हल अमरीका और उस नैटो को करना होगा जो उसके पृष्ठपोषक रहे हैं. प्रवक्ता. कॉम पर प्रकाशित नरेश भारतीय का लेख
- इसके बावजूद सिर्फ “ मन ” की बात को बेतरतीब और औघड़ पद्धति से लिखने वाले मेरे जैसे व्यक्ति को यदि श्री नरेश भारतीय, श्री राहुल देव, श्री उपासनी जैसे व्यक्तियों के साथ खड़े होने का मौका मिला तो निश्चित ही मैं इसके लिए “ न्यू मीडिया ” को धन्यवाद का पात्र मानता हूँ...
- इंग्लैण्ड के हिन्दी साहित्यकारों को सम्मानित करने हेतु पद्मानंद साहित्य सम्मान पाने वालों में डाक्टर सत्येन्द्र श्रीवास्तव, दिव्या माथूर, नरेश भारतीय, भारतेन्दु विमल, अचला शर्मा, उषा राजे सक्सेना, गोविन्द शर्मा, गौतम सचदेव, उषा वर्मा, मोहन दवेसर दीपक, कादम्बरी मेहरा और नीना पाल को प्रदान किया जा चुका है।
- इसी प्रकार लंदन में पदमानन्द साहित्य सम्मान से सम्मानित कवि एवं लेखक इस प्रकार हैं, डाक्टर सत्येन्द्र श्रीवास्तव, दिव्या माथुर, भारतेन्दु विमल, नरेश भारतीय, अचला शर्मा, उषा राजे सक्सेना, गोविन्द शर्मा, गौतम सचदेव, उषा वर्मा, मोहन राणा और वर्ष 2010 के सम्मानित रचनाकार हैं कादंबरी मेहरा और महेन्द्र दवेसर।
- अगर हम अपने देश में ही संस्कृति की दुर्गति दिखाई देगी तो अपने देश में हम क्या संदेश लेकर जायेंगे और अपनी युवा पीढ़ी को क्या आदर्श प्रदान करेंगे? कनाडा से प्रकाशित होने वाली 'वसुधा' पत्रिका की सम्पादक श्रीमती स्नेह ठाकुर ने श्री नरेश भारतीय की बात का समर्थन करते हुए कहा कि हम भारतवंशी लोगों को वनवास दे दिया गया है।
- उपरोक्त चर्चित कहानीकारों के अतिरिक्त जिन साहित्यकारों और लेखकों ने अपनी पहचान गद्य के विभिन्न क्षेत्रों में बनाई है और जिनकी एक से अधिक पुस्तकें आई है वे हैं साहित्य मनीषी डॉ. श्याम मनोहर पाण्डेय, नरेश भारतीय, कहानीकार कादंबरी मेहरा, महेन्द्र दवेसर दीपक, नीना पॉल, अरुण सब्बरवाल, भारतेंदु विमल, विद्या सागर आनंद, नरोत्तम पाण्डेय, सरोज सूरी, साहिर शीवी, रिफ़त शमीम, सुरेंद्रनाथ लाल आदि।
- से काफी हाऊस में चर्चा हुई ये दोनो हि यहाँ काफी सक्रिय है फिर ट्रेन द्वारा हम सब घर आ गये जहाँ रात्रि में भोजन व कवि गोष्ठी का आयोजन किया गया था गोष्ठी में क्वि व कुछ पारिवारिक लोग उपस्थित थे श्री पदमेश गुप्ता श्रीमती व श्री बुध्दिराजा श्रीमती व श्री संजीव जी व शहीद भगत सिंह की भतीजी श्रीमती नरेश भारतीय संस्कार भारती यू के अध्यक्ष श्री म श्री राजीव गोयल नार्वे से डाँ सुरेश मिश्रा, सुश्री मीनू श्री रमेश मुरादाबादी वैश्य उपस्थित थे।