नव निधि वाक्य
उच्चारण: [ nev nidhi ]
उदाहरण वाक्य
- प्रेमचन्द्र ने कुल नौ कहानी संग्रह है-सप्त सरोज नव निधि, प्रेम पूर्णिमा, प्रेम पचीसी, प्रेम प्रतिमा प्रेम द्वादसी समर यात्रा मान सरोवर भाग १ भाग २, कफन ।
- श्री राम दुलारे, श्री राम प्यारे, अष्ट सीधी नव निधि के डाटा, मंगल कारी, जानकी पुत्र, जानकी दुलारे, श्री राम दूत, गदा धारी, गिरि धारी भी इन्हे कहा जाता है.
- श्री कुबेर कृपा यंत्र जीवन की सभी श्रेष्ठता को देने वाला, ऐश्वर्य, लक्ष्मी, दिव्यता, पद-प्राप्ति, सुख-सौभाग्य वृद्धि, अष्ट सिद्धि, नव निधि, आर्थिक विकास, संतान सुख, उत्तम स्वास्थ्य, आयु वृद्धि और समस्त भौतिक और परासुख देने में समर्थ है।
- पीढियां अक्षम हुयी हैं निधि नहीं जाती संभाले, पीढियां सक्षम हुयी हैं नव निधि के हैं उजाले.इन दो पंक्ति में हमारी संस्कृति को आगे ले जाने का सार छुपा है जिसे हम धीरे धीरे खोते जा रहे हैंपहली पंक्ति पढ़ कर दुःख और खुद पर शर्म भी आ रही है उम्दा रचना
- यह यंत्र और मंत्र जीवन की सभी श्रेष्ठता को देने वाला, ऐश्वर्य, लक्षमी, दिव्यता, पद प्राप्ति, सुख सौभाग्य, व्यवसाय वृद्धि अष्ट सिद्धि, नव निधि, आर्थिक विकास, सन्तान सुख उत्तम स्वास्थ्य, आयु वृद्धि, और समस्त भौतिक और पराशुख देने में समर्थ है।
- ज्ञान के कारागृहों में दंभ के मुस्तैद ताले, भवन की ऊँची छतों पर रूढ़ियों के सघन जाले, देख कर विज्ञान की प्रगति विधि भी है अचंभित, हो पुरातन या नवल जो व्यर्थ है, वो सब तिरोहित, हम पताका हम ध्वजा हम स्वयं ही पहिये हैं रथ के, दो दिशाओं में हैं गुंजित स्वर जगत में प्रगति पथ के, पीढियां अक्षम हुयी हैं निधि नहीं जाती संभाले, पीढियां सक्षम हुयी हैं नव निधि के हैं उजाले.