नागभट्ट वाक्य
उच्चारण: [ naagabhett ]
उदाहरण वाक्य
- यद्यपि नागभट्ट द्वितीय भी राष्ट्रकूट राजा गोविन्द तृतीय से पराजित हुआ, तथापि नागभट्ट के वंशज कन्नौज तथा आसपास के क्षेत्रों पर 1018-19 ई.
- ग्वालियर के निकट एक अभिलेख मिला है, जो नागभट्ट की मृत्यु के 50 वर्षों बाद लिखा गया और जिसमें उसकी विजय की चर्चा की गई है।
- इस वंश का सबसे प्रतापी राजा भोज प्रथम था, जो कि मिहिरभोज के नाम से भी जाना जाता है और जो नागभट्ट द्वितीय का पौत्र था।
- नागभट्ट के भतीजे का पुत्र वत्सराज इस वंश का प्रथम शासक था, जिसने सम्राट की पदवी धारण की, यद्यपि उसने राष्ट्रकूट राजा ध्रुव से बुरी तरह हार खाई।
- कालान्तर में कई बार जुनैद ने भारत के आन्तरिक भागों को जीतने हेतु सेनाऐं भेजी, परन्तु नागभट्ट प्रथम, पुलकेशी प्रथम एवं यशोवर्मन (चालुक्य) ने इसे वापस खदेड़ दिया।
- उसके प्रारम्भिक जीवन के बारे में हमें पता इसलिए नहीं है क्योंकि नागभट्ट द्वितीय तथा राष्ट्रकूट शासक गोपाल तृतीय से पराजित होने के बाद प्रतिहार साम्राज्य का लगभग विघटन हो गया था।
- गुर्जर · गुर्जर प्रतिहार वंश · गुर्जर प्रतिहार साम्राज्य · आदिवराह · देवपाल (प्रतिहार वंश) · नागभट्ट प्रथम · नागभट्ट द्वितीय · भोज · भोज द्वितीय · महिपाल · महेन्द्र पाल · वत्सराज
- गुर्जर · गुर्जर प्रतिहार वंश · गुर्जर प्रतिहार साम्राज्य · आदिवराह · देवपाल (प्रतिहार वंश) · नागभट्ट प्रथम · नागभट्ट द्वितीय · भोज · भोज द्वितीय · महिपाल · महेन्द्र पाल · वत्सराज
- इस वंश में प्रमुख शासक कक्कुक देवराज, वत्सराज, नागभट्ट द्वितीय, रामभद्र, भोज (इस वंश का वास्तविक प्रतापी शासक भोज ही कहा जाता है, इसका शासनकाल 836 ई. से 885 ई.
- सन 815 में गुर्जर प्रतिहार राजा नागभट्ट ने तीसरा मंदिर बनवाया जिस पर आक्रमण करके गजनी के महमूद ने शुक्रवार दिनांक 11 मई 1025 को सुबह 9. 46 पर मंदिर में स्थित ज्योतिर्लिंग को तोड़ डाला.