नारायण सरोवर वाक्य
उच्चारण: [ naaraayen serover ]
उदाहरण वाक्य
- भारत के सभी दिशाओ में तीर्थ स्थल व पवित्र सरोवर, नदिया श्रद्धालुओ की भावनाओ को पुकार रही है, प्रत्येक तीर्थस्थल से भारतीय एकात्मता का भाव जागृत होता रहता है, उत्तर दिशा में मानसरोवर, दक्षिण दिशा में पंपा सरोवर, पूर्व में बिंदु सरोवर तथा पश्चिम दिशा में नारायण सरोवर चेतनापुंज के नाम से बिख्यात है.
- कच्छ के वायव्य कोन में पश्चिम सीमा मे आया हुआ यह “नारायण सरोवर” तिर्थ एक प्राचिन स्थल है, यहां भारत के मसहुर सरोवरो मे से एक महान सरोवर था जो पुराणो मे नारायण सरोवर के नाम से जाना जाता था, श्री मद भागवत के अनुसार दक्ष प्रजापति के पुत्रो ने यहां तपस्या की थी, नारायण सरोवर गांव के नैत्रत्व मे भगवान आदि नारायण का मंदिर है जहां प्राचिन नारायण सरोवर के अवशेष डटे है एसा कहा जाता है!
- कच्छ के वायव्य कोन में पश्चिम सीमा मे आया हुआ यह “नारायण सरोवर” तिर्थ एक प्राचिन स्थल है, यहां भारत के मसहुर सरोवरो मे से एक महान सरोवर था जो पुराणो मे नारायण सरोवर के नाम से जाना जाता था, श्री मद भागवत के अनुसार दक्ष प्रजापति के पुत्रो ने यहां तपस्या की थी, नारायण सरोवर गांव के नैत्रत्व मे भगवान आदि नारायण का मंदिर है जहां प्राचिन नारायण सरोवर के अवशेष डटे है एसा कहा जाता है!
- कच्छ के वायव्य कोन में पश्चिम सीमा मे आया हुआ यह “नारायण सरोवर” तिर्थ एक प्राचिन स्थल है, यहां भारत के मसहुर सरोवरो मे से एक महान सरोवर था जो पुराणो मे नारायण सरोवर के नाम से जाना जाता था, श्री मद भागवत के अनुसार दक्ष प्रजापति के पुत्रो ने यहां तपस्या की थी, नारायण सरोवर गांव के नैत्रत्व मे भगवान आदि नारायण का मंदिर है जहां प्राचिन नारायण सरोवर के अवशेष डटे है एसा कहा जाता है!
- कच्छ के वायव्य कोन में पश्चिम सीमा मे आया हुआ यह “नारायण सरोवर” तिर्थ एक प्राचिन स्थल है, यहां भारत के मसहुर सरोवरो मे से एक महान सरोवर था जो पुराणो मे नारायण सरोवर के नाम से जाना जाता था, श्री मद भागवत के अनुसार दक्ष प्रजापति के पुत्रो ने यहां तपस्या की थी, नारायण सरोवर गांव के नैत्रत्व मे भगवान आदि नारायण का मंदिर है जहां प्राचिन नारायण सरोवर के अवशेष डटे है एसा कहा जाता है!
- कच्छ के वायव्य कोन में पश्चिम सीमा मे आया हुआ यह “नारायण सरोवर” तिर्थ एक प्राचिन स्थल है, यहां भारत के मसहुर सरोवरो मे से एक महान सरोवर था जो पुराणो मे नारायण सरोवर के नाम से जाना जाता था, श्री मद भागवत के अनुसार दक्ष प्रजापति के पुत्रो ने यहां तपस्या की थी, नारायण सरोवर गांव के नैत्रत्व मे भगवान आदि नारायण का मंदिर है जहां प्राचिन नारायण सरोवर के अवशेष डटे है एसा कहा जाता है!
- कच्छ के वायव्य कोन में पश्चिम सीमा मे आया हुआ यह “नारायण सरोवर” तिर्थ एक प्राचिन स्थल है, यहां भारत के मसहुर सरोवरो मे से एक महान सरोवर था जो पुराणो मे नारायण सरोवर के नाम से जाना जाता था, श्री मद भागवत के अनुसार दक्ष प्रजापति के पुत्रो ने यहां तपस्या की थी, नारायण सरोवर गांव के नैत्रत्व मे भगवान आदि नारायण का मंदिर है जहां प्राचिन नारायण सरोवर के अवशेष डटे है एसा कहा जाता है!
- दरअसल हमारा विचार था कि आज सुबह सुबह जल्दी निकल कर हम ढोलावीरा में हड़प्पा कालीन सभ्यता के शहर को देखने पहुच जायेंगे और वहां से काला डोंगर होते हुए इंडिया ब्रिज पहुच कर वहां कहीं रात्रि विश्राम करेंगे | अगले दिन वहां से निकल कर सफ़ेद रण के किनारे किनारे हम भारत के आखिरी शहर लखपत तक जायेंगे और वहां से कोरी खाड़ी के किनारे किनारे नारायण सरोवर होते हुए वापस भुज पहुच जायेंगे | हमारी पुरानी योजना का नक्शा में नीचे लगा रहा हूँ |
- दरअसल हमारा विचार था कि आज सुबह सुबह जल्दी निकल कर हम ढोलावीरा में हड़प्पा कालीन सभ्यता के शहर को देखने पहुच जायेंगे और वहां से काला डोंगर होते हुए इंडिया ब्रिज पहुच कर वहां कहीं रात्रि विश्राम करेंगे | अगले दिन वहां से निकल कर सफ़ेद रण के किनारे किनारे हम भारत के आखिरी शहर लखपत तक जायेंगे और वहां से कोरी खाड़ी के किनारे किनारे नारायण सरोवर होते हुए वापस भुज पहुच जायेंगे | हमारी पुरानी योजना का नक्शा में नीचे लगा रहा हूँ |