निम्बार्क संप्रदाय वाक्य
उच्चारण: [ nimebaarek senperdaay ]
उदाहरण वाक्य
- निम्बार्क संप्रदाय में मुखिया व झेला का क्रम कब से चला आ रहा है, यह तो शोध का विष्य है किंतु निबार्क कोट में समाज गायन में मुखियाओं की परंपरा इस प्रकार रही है-श्रीरमन दास, गोपाल दास, गोकुल दास, पूरन दास, प्रेमदास, गोविंद दास, रूप किशोर दास, रसिक दास व वृंदावन बिहारी।
- प्रभु आदिवाराह 9260 भगवान राम 4035 वि 0 पू 0, भक्त प्रहलाद 9254 वि 0 पू 0, श्री नारदजी 9000 वि 0 पू 0, उद्धवजी 3100 वि 0 पू 0, वज्रनाभ 3042 वि 0 पू 0, तथा निम्बार्क संप्रदाय, बल्लभ संप्रदाय गौड़ीय संप्रदाय, राधा बल्लभ, राधा रमण, संप्रदायों के आचार्यों ने ब्रज यात्रायें की है इनमें माथुरों की अपनी ब्रजयात्रा लठामार सब से पुरातन थी जो अब साधु संतो द्वारा की जाती है ।