निर्गुन्डी वाक्य
उच्चारण: [ niregaunedi ]
उदाहरण वाक्य
- यदि किसी को मुंह में छाले हो गए हों या गले में किसी प्रकार की सूजन हो, तो हल्के से गुनगुने पानी में निर्गुन्डी तेल एवं थोड़ा सा नमक मिलाकर गरारे कराने से लाभ मिलता है।
- आयुर्वेदिक उपचार में औषधीय तेलों से स्नेहन निर्गुन्डी पत्र स्वेदन एक अच्छा और कारगर प्रयोग हे यह निपुण चिकित्सक की देख रेख में ही होना चहिये | औषधि चिकित्सा के अतिरिक्त अन्य व्यवस्था उपरोक्त ही होती हें |
- धीमी आंच पर निर्गुन्डी के पत्तों को लगभग आधा लीटर पानी में पकाकर चौथाई शेष रहने पर 10-20 मिली की मात्रा में दिन में दो से तीन बार खाली पेट देना सायटिका जैसी स्थिति में भी प्रभावी होता है।
- और एकांग वीर रस एक साथ ही लेने है, भाप लेने के लिये कुकर मे पानी और निर्गुन्डी के पत्तों को डालकर, कुकुर की सिटी उतार कर उस पर एक नाली फ़िक्स कर दे फिर उस नाली से प्रभावित स्थान पर भाप ले
- केके पांडे तथा शोध छात्र सच्चिदानन्द ने कैंसर पीड़ित मरीजों पर शोध कार्य शुरू किया था | शोध कर्ताओं ने सात आयुर्वेदिक ओषधियों अश्वगंधा, ब्राह्मी, शंख पुष्पी, रासना, अरंड, निर्गुन्डी, और भ्रंग राज का परीक्षण १ ०० मरीजों पर किया | परीक्षण में मरीजों को दर्द से निजात मिली |
- इसी प्रकार “ महा वातविध्वंसन रस ” नामक औषधि में रस चंद्रिका के निर्देशानुसार निर्माण में पारद, गंधक, नाग भष्म, वंग भष्म, लौह भष्म, ताम्र भष्म, अभ्रक भष्म, पीपल, टंकड़, सोंठ, काली मिर्च, वत्स नाभ, त्रिफला, त्रिकूट, चित्रकमूल, भांगरा, कूठ, निर्गुन्डी, आक का दूध, आमला तथा नीबू डाल कर बनाया जाता है।