नेमिचंद जैन वाक्य
उच्चारण: [ nemichend jain ]
उदाहरण वाक्य
- 22 अप्रैल, 1942 को नेमिचंद जैन को लिखे पत्र से स्पष्ट है कि वह एमएन रायिस्ट थे और रेडियो में काम करते हुए वह औपनिवेशिक सरकार के लिए उससे बाहर भी कुछ बड़ा काम करना चाहते थे, गोकि यह काम फासीवाद विरोध के नाम पर ही होना था।
- यह संगठन बिल्कुल इंग्लैंड के होम गार्ड के ढंग का होगा, और उसे सैनिक, राजनीतिक और नागरिक शिक्षा दी जाएगी।” सात प्रश्नों की श्रृंखला में तीसरा प्रश्न है, “रायिस्टों' के साथ काम करने में आपको कोई आपत्ति है?” नेमिचंद जैन को लिखे 27 अगस्त, 1945 के पत्र में अज्ञेय उनका इसलिए मजाक बनाते हैं कि वह साम्यवादी विचारधारा के हैं।
- क्या जाने। ' 'जीवन और मन की गति किस ओर धकेले लिए जा रही है पता नहीं चलता।' '' इस संदर्भ में अंतिम बात यह है कि 22 अप्रैल, 1942 वाले पत्र में अज्ञेय ने नेमिचंद जैन को हिदायत दी थी, '' देखिए, उत्तर देने के बाद इस पत्र को फाड़ दें या अपने साथ लेते आवें।” प्रश्न यह है इस पत्र के प्रति वह इतने सचेत क्यों थे?
- आप नाटक-नौटंकी यानी रंगकर्म की बात करके अपने को बुद्धिजीवी साबित करने की जुगत में लगे होंगे तो आप इलाहाबाद को पंडित माधव शुक्ल, भुवनेश्वर, नेमिचंद जैन, श्रीमती तेजी बच्चन (जी हां, अमिताभ की मम्मी), एकांकी सम्राट कहलाने वाले डॉ. रामकुमार वर्मा, डॉ. लक्ष्मी नारायण लाल, सरनबली श्रीवास्तव, रामचन्द्र गुप्त और नई पीढ़ी में कल्पना सहाय जैसे लोगों का शहर कहकर अपने को बुद्धिजीवी और इलाहाबाद को आधुनिक हिन्दी नाटकों का शहर बताते घूम रहे होंगे।