पाकिस्तान का विभाजन वाक्य
उच्चारण: [ paakisetaan kaa vibhaajen ]
उदाहरण वाक्य
- क्या इसी कलियुग मे बुद्ध जी, महावीर जी, गुरुनानक जी गुरु गोविन्द सिंह जी, गुरु तेग बहादुर जी बंदा वैरागी जी, राणा प्रताप जी वीर शिवाजी, राम कृष्ण जी विवेकानंद जी मीरा बाई जी झाँसी की लक्ष्मी बाई जी आदि ने अपने जौहर नही दिखलाये थे! क्या इसी कलियुग मे भारत ग़ुलाम व आजाद नही हुआ? क्या इसी कलियुग मे पाकिस्तान का विभाजन नही हुआ?
- भारत पाकिस्तान का विभाजन धर्म के आधार पर हुआ था और दुनिया में सिर्फ इस विभाजन को छोड़ दे तो सभी जगह भूमि के साथ जनता ने अपने को विभाजित किया है, बुल्गारिया-तुर्की, पौलैंड-जर्मनी, बोस्निया-सर्बिया सहित पाकिस्तान और बंगलादेश ने भी विभाजन के बाद अन्य धर्मों के लोगो को बाहर का रास्ता दिखा दिया या फिर पीड़ित और प्रताडित किया।
- यह मुद्दा इस कारण से अधिक संवेदनशील है, क्योंकि भारत में से पाकिस्तान का विभाजन इस्लामपरस्त लोगों की अलग राष्ट्र की मांग को पूरा करने के लिये हुआ था| लेकिन देश के स्वतन्त्र और निष्पक्ष चिन्तकों के एक बुद्धिजीवी वर्ग का साफ मानना है कि इस्लाम के नाम पर अलग से राष्ट्र का निर्माण हो जाने के बाद भी इस्लाम के जो अनुयाई धर्मनिरपेक्ष भारत में ही रुक गये| उनकी देशभक्ति विशेष आदर और सम्मान की हकदार है| अत: उनके धार्मिक विश्वास एवं राष्ट्रीय आस्था को जिन्दा रखना भारत की धर्मनिरपेक्ष सरकारों का संवैधानिक दायित्व है|९.