पालिका बाज़ार वाक्य
उच्चारण: [ paalikaa baajar ]
उदाहरण वाक्य
- चाँदनी चौक • चावला • कनॉट प्लेस • जनपथ • करोल बाग • कमला नगर • खान मार्केट • लाजपत नगर सेन्ट्रल मार्केट • लाजपत नगर • नजफ़गढ़ • पालिका बाज़ार • साउथ एक्स्टेन्शन • वसन्त विहार • सरोजिनी नगर • द्वारका • तिलक नगर
- मन में पालिका बाज़ार के माल के बारे में तमाम तरह की शंकाओं के बावजूद, हम वहां पहुंचे और लो काम हो गया! मगर मेरे मित्र ने आख़िर तय किया कि माल सीधी तरह से खरीदना ही बेहतर रहेगा (अभी बाज़ार में आया है.
- आशीष गुप्ता डी-239 गणेश नगर पांडव नगर या वी आइ पी मार्केट पालिका बाज़ार शॉप नो 254 अब इससे ज्यादा डीटेल और क्या दोगे हाआआआआन कोड नाम बटन भूल गये अभी तक माउत टू माउत पब्लिसिटी थी अब नैशनल न्यूज़ पेपर मे खबर है लोगो की तो चन्दि है
- फ़िल्म का यह गाना मन को बहुत भाया था, पर दोबारा उसे कभी सुना नहीं था.पिछले महीने, चालीस साल बाद दिल्ली के पालिका बाज़ार में जब बिमल राय की 1960 की फ़िल्म “परख” की डीवीडी देखी तो तुरंत वही गाना मन में गूँज गया और डीवीडी खरीदी.कुछ दिन पहले जब यह फ़िल्म देखी तो उतना आनंद नहीं आया, जिसकी बिमल राय की फ़िल्मों से अपेक्षा होती थी.
- भले ' मोज़र बेअर ' राईट क्लीक को नेस्तेनाबूत कर डिजिटल कॉपीराईट का डंका पीट रहा हो और आप उनकी सीडी-डीवीडी लाकर अपने सिस्टम पर कॉपी न कर पा रहे हों और इस समस्या से प्रताड़ित हों की न केबल वाला आपके टेस्ट की मूवीज़ नही दिखा रहा और पालिका बाज़ार में सस्ती फिल्म प्रतियाँ नही मिल पा रहीं हों तो आपका स्वागत है हर रविवा र.
- मगर लेडीज एंड लेडाज़ जो बात में आपको बताने जा रहा हूँ, वो तो सोने पे सुहागा है और उसे पढ़ने के बाद तो आप भी पालिका बाज़ार मथ्था टेक कर ज़रूर आयेंगे | कम से कम में तो ज़रूर जाऊंगा | और जल्दी-जल्दी जाऊंगा! हो ये गया की पालिका बाज़ार की एक दूकान पर “जाने भी दो यारों ” की डीवीडी मिली | जी हाँ हुज़ूर और चूँकि ये
- मगर लेडीज एंड लेडाज़ जो बात में आपको बताने जा रहा हूँ, वो तो सोने पे सुहागा है और उसे पढ़ने के बाद तो आप भी पालिका बाज़ार मथ्था टेक कर ज़रूर आयेंगे | कम से कम में तो ज़रूर जाऊंगा | और जल्दी-जल्दी जाऊंगा! हो ये गया की पालिका बाज़ार की एक दूकान पर “जाने भी दो यारों ” की डीवीडी मिली | जी हाँ हुज़ूर और चूँकि ये
- २६, महादेव रोड पर नगीना राय के डेरा पर रुके थे! हर शाम-पालिका बाज़ार घूमने जाता था! जिस दिन इंदिरा गाँधी से मिलने जाना था-उसके ठीक एक दिन पहले मैंने ‘पालिका बाज़ार‘ से एक ‘कैमरा खरीदा‘-अगले दिन मैंने अपनी जिंदगी की पहली तस्वीर श्री मति गाँधी का लिया-सफ़ेद अम्बैस्डर में सवार! सर पर पल्लू! कॉंग्रेस के कई दिगज्जों के रूबरू! ढेर सारे ‘आशीर्वाद‘ समेटा!