पी वी नरसिंह राव वाक्य
उच्चारण: [ pi vi nersinh raav ]
उदाहरण वाक्य
- पी वी नरसिंह राव की सरकार बेशक पांच साल चली लेकिन वह भी अल्पमत सरकार थी और उसे बचाए रखने के लिए झारखंड मुक्चित मोर्चा के सांसदों के अलावा कुछ और दलों के सांसदों की खरीद-फरोख्त की गई थी।
- पूर्व प्रधानमंत्री पी वी नरसिंह राव द्वारा आयोग की नियुक्ति विध्वंस के दो सप्ताह बाद 16 दिसम्बर 1992 को इस आलोचना को टालने के लिए की गयी कि उनकी सरकार बाबरी मस्जिद की रक्षा करने में विफल रही थी।
- लंदन के भारतीय व्यापारी लखू भाई पाठक को ठगने के इल्जाम में और उनसे पी वी नरसिंह राव के नाम पर पैसे वसूलने के मामले में चंद्रास्वामी को उनके स्वयं घोषित शिष्य नरसिंह राव ने ही मजबूरी में जेल भिजवाया था।
- यह लोग जवाहर लाल नेहरू और लाल बहादुर शास्त्री का तो अपमान कर ही रहें हैं लेकिन पी वी नरसिंह राव को भुला रहे हैं जिन्हें ग्यारह भाषाएं आती थी और जो चंद्रास्वामी के आध्यात्मिक प्रभामंडल में बहुत भीतर तक शरीक थे।
- यह लोग जवाहर लाल नेहरू और लाल बहादुर शास्त्री का तो अपमान कर ही रहें हैं लेकिन पी वी नरसिंह राव को भुला रहे हैं जिन्हें ग्यारह भाषाएं आती थी और जो चंद्रास्वामी के आध्यात्मिक प्रभामंडल में बहुत भीतर तक शरीक थे।
- जब पी वी नरसिंह राव की सरकार को लोकसभा में अविश्ववास मत से बचाने के लिए शिबू सोरेन से रिश्वत ली थी, तो उनके खिलाफ सबसे बड़े राजनीतिक मोर्चे की कमान भी बी जे पी वालों के हाथ में थी.
- लेकिन उसे पूरा नहीं किया गया. बाद में पंजाब केमसले पर बनाई गई केंद्रीय मंत्रिमंडल की समिति के अध्यक्ष और केंद्रीय मानवसंसाधन पी वी नरसिंह राव ने अमृतसर जाकर एक बयान भी दिया कि सरकार इनकी रिहाई केबारे मे सैद्धान्तिक तौर पर तैयार है.
- भोपाल के बाद और पी वी नरसिंह राव के पहले भारतीय राजनीति पूंजीवादी दर्शन की शरण में जाने के लिए जिस तरह की कशमकश से गुज़र रही थी उसकी भी दस्तक, इम्पीचमेंट नाम की इस अंग्रेज़ी किताब में सुनी जा सकती है.
- व्यापार में अधिक से अधिक खुलापन लाने के पीछे दलील आज भी वही है जो वर्ष 1991 में उस वक्त थी जब तत्कालीन प्रधानमंत्री पी वी नरसिंह राव और तत्कालीन वित्त मंत्री मनमोहन सिंह ने देश की अर्थव्यवस्था के दरवाजे बाहरी दुनिया के लिए खोले थे।
- खुद पी वी नरसिंह राव से लेकर आज तक न जाने कितने लोगों के साथ सत्ता सुख भोगते आए हैं और अब इन स्कूल में दाखिले के साथ ही यह तय हो गया है कि बेटा देश का भावी प्रशासक से लेकर मंत्री तक कुछ भी बन सकता है।