प्रतीत्यसमुत्पाद वाक्य
उच्चारण: [ pertiteysemutepaad ]
उदाहरण वाक्य
- प्रतीत्यसमुत्पाद का सिद्धांत कहता है कि कोई भी घटना केवल दूसरी घटनाओं के कारण ही एक जटिल कारण-परिणाम के जाल में विद्यमान होती है ।
- रात्रि के प्रथम याम में उन्होंने पूर्वजन्मों की स्मृति रूपी प्रथम विद्या, द्वितीय याम में दिव्य चक्षु और तृतीय याम में प्रतीत्यसमुत्पाद का ज्ञान प्राप्त किया।
- गौतम ने मिथ्या ज्ञान की निवृत्ति और अपवर्ग में जो कारण-कार्य संबंध बताया है [11] वह बुद्ध के प्रतीत्यसमुत्पाद के सिद्धांत का आंशिक अनुकरण मालूम होती है।
- चार आर्यसत्य, अनित्यता, दु: खता, अनात्मता क्षणभङ्गवाद, अनात्मवाद, अनीश्वरवाद आदि बौद्धों के प्रसिद्ध दार्शनिक सिद्धान्त इसी प्रतीत्यसमुत्पाद के प्रतिफलन हैं।
- प्रतीत्यसमुत्पाद: प्रतीत्यसमुत्पाद का सिद्धांत कहता है कि कोई भी घटना केवल दूसरी घटनाओं के कारण ही एक जटिल कारण-परिणाम के जाल में विद्यमान होती है।
- प्रतीत्यसमुत्पाद: प्रतीत्यसमुत्पाद का सिद्धांत कहता है कि कोई भी घटना केवल दूसरी घटनाओं के कारण ही एक जटिल कारण-परिणाम के जाल में विद्यमान होती है।
- भगवान बुद्ध ने जिस सापेक्षता के इदम्प्रत्ययतारूप, कारणतावाद के सिद्धांत प्रतीत्यसमुत्पाद का प्रतिपादन किया था, उसके बारह अंक हैं, जिन्हें भवाङग भी कहते हैं।
- बुद्ध दर्शन के मुख् य तत्व: चार आर्य सत्य, आष्टांगिक मार्ग, प्रतीत्यसमुत्पाद, अव्याकृत प्रश्नों पर बुद्ध का मौन, बुद्ध कथाएँ, अनात्मवाद और निर्वाण।
- गौतम ने मिथ्या ज्ञान की निवृत्ति और अपवर्ग में जो कारण-कार्य संबंध बताया है [11] वह बुद्ध के प्रतीत्यसमुत्पाद के सिद्धांत का आंशिक अनुकरण मालूम होती है।
- अनेक गुणों के विद्यमान होते हुए भी आचार्यों ने बड़ी श्रद्धा और भक्तिभाव से ऐसे भगवान बुद्ध का स्तवन किया है, जिन्होंने अनुपम और अनुत्तर प्रतीत्यसमुत्पाद की देशना की है।