बकानी वाक्य
उच्चारण: [ bekaani ]
उदाहरण वाक्य
- सुनेल व पिड़ावा में वीणा नागर, झालरापाटन व झालावाड़ के लिए अंजनी शुक्ला, डग, चौमहला, भवानीमंडी में सीमा सोनी, मनोहरथाना, अकलेरा के लिए राजदुलारी गोयल, खानपुर, बकानी में हेमलता खत्री को जिम्मेदारी दी गई है।
- प्राप्त जानकारी के अनुसार झालरापाटन पंचायत समिति की ग्राम पंचायत रूपारेल से दो किलोमीटर बकानी मार्ग पर स्थित इकवासा गांव के राजकीय प्राथमिक विद्यालय इकवासा में कक्षा एक से पांच तक के लगभग 60 बच्चे अध्ययन करते हैं।
- मंगलवार को सुबह 8 बजे समाप्त हुए 24 घंटों में झालावाड़ में 20 मिमी, झालरापाटन 9, असनावर 4, बकानी 6.8, पचपहाड़ में 6, गंगधार, डग, पिड़ावा में 2-2, मनोहरथाना में 49, खानपुर में 10, सुनेल में 18 मिमी बारिश दर्जकी गई।
- प्रदेश टुडे संवाददाता, जीरापुर हाल ही मे 101 करोड रुपए की लागत से सौयत पचैर एंव सरहद बकानी तक का सडक निर्माण कार्य कंडु कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा गुणवत्ताहीन निर्माण कार्य किये जाने से मात्र एक माह मे ही धतुरिया पुलिया के........
- जिले के बकानी थाना क्षेत्र के गांव कोटड़ा कंुजा में मंगलवार दोपहर करीब तीन बजे रामदेवजी की शोभायात्रा के दौरान थूकने के मामले को लेकर हुए विवाद के बाद एक जने ने वहीं के युवक की सीने में चाकू घोंपकर जान ले ली।
- गुरुवार सुबह मोहनसिंह तंवर, प्रभुलाल, नारायण, कनीराम व उनके रिश्तेदार अपनी मिनी बस से बकानी की ओर आ रहे थे, रास्ते में बेड़ी गांव खाल के पास घात लगाकर बैठे गुर्जरों ने हथियारों के बल पर मिनी बस रुकवा ली और हमला बोल दिया।
- बकानी. क्षेत्र में लगातार बारिश से तालाब में पानी की भरपूर आवक होने से मोढ़ी बांध की चादर चल गई। इसके अलावा नदी-नालों में बहाव चल रहा है। कुआं का जलस्तर भी बड़ गया है। तेज बारिश के कारण कई मकान टपकने लग गए।
- सुनेल, पिडावा, अकलेरा, खानपुर, भवानीमंडी, डग, बकानी और मनोहरथाना के साथ साथ सभी छोटे बड़े कस्बों में यह पर्व अपनी अपनी धार्मिक आस्था-निशा अनिसार बड़े ही धूमधाम और आकर्षक ढंग से मनाया जाने की तय्यरिया पूर्ण कर ली गयी हें …
- प्रदेश टुडे संवाददाता, जीरापुर हाल ही मे 101 करोड रुपए की लागत से सौयत पचैर एंव सरहद बकानी तक का सडक निर्माण कार्य कंडु कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा गुणवत्ताहीन निर्माण कार्य किये जाने से मात्र एक माह मे ही धतुरिया पुलिया के निर्माण की पोल खुलकर सामने आ गई।
- उन्होने बताया कि इससे बचने के लिए बीज उपचार व नर्सरी उखाडने से 24 घण्टे पहले पानी लगाना आवश्यक होता है जिससे जड़े ना टुट सके क्योंकि पौधे की जड़ टुटने पर उसमें बकानी रोग ज्यादा आता है और इसके साथ ही पौषक तत्व भी संतुलित मात्रा में देते रहना चाहिए ।