भारत दुर्दशा वाक्य
उच्चारण: [ bhaaret duredshaa ]
उदाहरण वाक्य
- (दुखिनी बाला, राधाकृष्णदास) ईश्वर के बनाए भाग्य विधान पर भारतेंदु ने ' भारत दुर्दशा ' में करारी चोट की है.
- भारत दुर्दशा को जिन भारतेन्दु जी ने कृतिबद्ध किया शायद वह अब हिंदी दुर्दशा को देख समझ गए होते उसका मूल कहाँ है?
- प्रमुख नाटक, जो निर्देशित किये-‘ अन्धायुग ', ‘ अंधेरी नगरी ', ‘ थैंक्यू मिस्टर ग्लाड ', ‘ भारत दुर्दशा ' ।
- उमेश चतुर्वेदी भारतेंदु हरिश्चंद्र ने करीब सवा सौ साल पहले अंग्रेजी सरकार के जमाने में देश की दुर्दशा देखकर लिखा था-भारत दुर्दशा देखि न जाई।
- भारतेन्दु की ‘ भारत दुर्दशा ' प्रेमघन की आनन्द अरूणोदय, देश दशा, राधाकृष्ण दास की भारत बारहमासा के साथ राजनीतिक चेतना की धार तेज हुई।
- तत्पश्चात वे कुरीतियाँ, रोग, आलस्य, मदिरा, अंधकार, धर्म, संतोष, अपव्यय, फैशन, सिफारिश, लोभ, भय, स्वार्थपरता, अतिवृष्टि, अनावृष्टि, अकाल, बाढ़ आदि को भी भारत दुर्दशा का कारण मानते हैं।
- उन्होंने ‘ वैदकी हिंसा हिंसा न भवति ' भारत दुर्दशा, अंधेर नगरी जैसे चर्चित नाटक और भक्तसर्वस्व, होली, प्रेम-माधुरी जैसी प्रमुख काव्यकृतियों की रचना की।
- उन्होंने गीत एवं नाट्य विभाग की नौकरी के अन्धायुग, अँधेरनगरी, थैंक्यू मिस्टर ग्लाड, भारत दुर्दशा, नगाड़े खामोश हैं इत्यादि नाटकों का सपफ़ल मंचन-निर्देशन किया।
- 1857 से लेकर 1900 तक आते-आते ‘ भारत दुर्दशा ' की पहचान भारतेंदु हरिश्चंद्र की रचनाओं में तो दिखाई दी ही, द्विवेदी युग इसमें नए आयाम जुड़ने लगे।
- अंधेर नगरी, भारत दुर्दशा समेत कई नाटक के मंचन में योगदान देने के साथ ही उन्होंने नगाड़े खामोश हैं, ेह्ल धनुष यज्ञ नाटक का लेखन भी किया।