भारद्वाज ऋषि वाक्य
उच्चारण: [ bhaaredvaaj risi ]
उदाहरण वाक्य
- रामचंद्र जी लंका विजय के पश्चात अपने 14 वर्ष पूर्ण करके पंचमी तिथि को भारद्वाज ऋषि के आश्रम में उपस्थित हुए थे।
- इधर भारद्वाज ऋषि ने जब सुना कि राम इस तरफ से प्रयाग में प्रवेश किये है तों वह अगवानी के लिये आये.
- यानी भारद्वाज ऋषि ने भविष् य की उड़ान प्रौद्योगिकी क् या होगी, इसका अनुमान भी अपनी दूरदृष् टि से लगा लिया था।
- ऋग्वेद के रात्रि सूक्त में कुशिक-सौभर व भारद्वाज ऋषि ने रात्रि की महिमा का बड़ा ही तत्त्वचिंतन पूर्ण गायन किया है।
- भारद्वाज ऋषि का आश्रम: ऋषि भारद्वाज जिन्होंने विमानशास्त्र लिखा था, उन्होंने यहीं पर एक शिवलिंग की स्थापना की थी जिसे भार्द्वाजेश्वर महादेव कहा जाता है।
- उसमें भी जहाँ अक्षय-वट हो, वह भी भारद्वाज ऋषि जैसे उपदेशक के साथ, तो उसकी महिमा में चार चाँद ही ला देता है।
- इलाहाबाद में भारद्वाज ऋषि आश्रम से हर साल की तरह रावण की शोभा यात्रा पूरे धूम-धाम से ढोल नगाड़ों और बैंड बाजों के साथ निकाली गई।
- कहा जाता है कि एक साथ में एक हज़ार ऋषि बैठ कर ध्यान कर रहे थे तभी एक ने भारद्वाज ऋषि से कहा, ” तुम जागते रहो।
- अश्विनी कुमार से इन्द्र को तथा उनसे भारद्वाज ऋषि, उनसे आत्रेय पुनर्वास, उनके शिष्य अग्निवेश, भेल, हारीत आदि को यह ज्ञान प्राप्त हुआ और आगे भी यह परम्परा चलती रही।
- ये दोनों कान गौतम और भारद्वाज ऋषि हैं ये दोनों नेत्र ही विश्वामित्र और जमदग्नि ऋषि हैं, दोनों नासिका छिद्र वसिष्ठ और कश्यप हैं और वाक् ही सातवें अत्रि ऋषि हैं।