भैरवप्रसाद गुप्त वाक्य
उच्चारण: [ bhairevpersaad gaupet ]
उदाहरण वाक्य
- भैरवप्रसाद गुप्त ने एक निजी बातचीत के दौरान मुझसे कहा था कि स्वतन्त्रता पश्चात् की लेखक-पीढ़ी में जो लेखक स्पष्ट राजनीतिक दृष्टि से लैस है, वह अकेला मार्कण्डेय है।
- अब हुआ यह कि भैरवप्रसाद गुप्त, जो विचारधारा के मामले में कट्टर थे, उन्होंने इलाहाबाद से प्रकाशित होने वाली ‘ नई कहानियां ' को काफी प्रोत्साहित किया।
- श्रीपतराय, श्यामू सन्यासी, उपेन्द्रनाथ अश्क, धर्मवीर भारती, भैरवप्रसाद गुप्त, मोहन राकेश, बलवंत सिंह, रामनारायण शुक्ल कहानी संपादन के ये सर्वाधिक सम्मानीय नाम हैं।
- भैरवप्रसाद गुप्त ने एक निजी बातचीत के दौरान मुझसे कहा था कि स्वतन्त्रता पश्चात् की लेखक-पीढ़ी में जो लेखक स्पष्ट राजनीतिक दृष्टि से लैस है, वह अकेला मार्कण्डेय है।
- भैरवप्रसाद गुप्त उस दिन जिधर सुनो, गाँव में छोटे-बड़े सभी के मुँह से अफ़सोस और ताज्जुब के साथ एक ही बात सुनाई दे रही थी, ‘गत्ती भगत की कण्ठी टूट गयी!'
- वह फोटो यह है, जिसमें भैरवप्रसाद गुप्त, अमरकांत, मार्कंडेय, इसराइल, दूधनाथ सिंह, विमल वर्मा, सतीश जमाली, आनंद प्रकाश आदि के साथ मैं भी हूँ।
- यूँ गैरोला जी का हिन् दी कथा साहित्य से कुछ विशेष लगाव नहीं था लेकिन हम दोनों पड़ोसी कहानीकारों की संगत में उनकी मित्रता भैरवप्रसाद गुप्त और मार्कण्डेय से भी हो गई थी।
- मार्कण्डेय जनवादी लेखक संघ के संस्थापक सदस्यों में इलाहाबाद से भैरवप्रसाद गुप्त के अलावा एक प्रमुख सदस्य थे और इस नए संगठन की इलाहाबाद इकाई को जीवंत बनाए रखने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही।
- किंतु नामवरसिंह, भैरवप्रसाद गुप्त, अमृतराय, राजेन्द्र यादव, मुरलीमनोहरप्रसाद सिंह, मार्कण्डेय, हबीब तनवीर, इनफान हबीब, श्रीलाल शुक्ल, हरिवंस मुखिया आदि को नामजद नहीं किया जा सकता।
- मैंने सुना कि एक समय नयी कहानी प्रवृत्ति में शामिल होने को वात्स्यायन अज्ञेय भी उतावले हुए थे और चाह रहे थे कि उनकी कोई रचना भैरवप्रसाद गुप्त द्वारा सम्पादित पत्रिका ‘नयी कहानियाँ ' में छपे।