मंगलनाथ मंदिर वाक्य
उच्चारण: [ mengalenaath mendir ]
उदाहरण वाक्य
- जन्मकुंडली में लग्न के चतुर्थ, सप्तम, अष्टम और द्वादश भावों मंे मंगल ग्रह के स्थित होने पर मांगलिक दोष माना जाता है, जिसका निवारण मंगलनाथ मंदिर में ही संभव बताया जाता है।
- ऐसे व्यक्ति जिनकी कुंडली में मंगल भारी रहता है, वे अपने अनिष्ट ग्रहों की शांति के लिए मंगलनाथ मंदिर में पूजा-पाठ करवाने आते हैं, क्योंकि पुराणों में उज्जैन नगरी को मंगल की जननी कहा गया है.
- मंगलनाथ मंदिर, उज्जैन के शोर-शराबे से दूर, क्षिप्रा नदी के विस्तार तट में स्थित है, जो पर्यटकों तथा भक्तो को एक अविस्मर्णीय भावना प्रदान करता है | यह मंदिर उस स्थान पर स्थित है जहा कभी पृथ्वी का मध्यान कहा गया था |
- वैदिक एवं पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान मंगल की माता पृथ्वी देवी है | वह शक्ति, वीरता और साहस के साथ जुड़ा हुआ है | मंगलनाथ मंदिर कर्क रेखा पर स्थित है और इसे भारत वर्ष का नाभि स्थल भी कहा जाता है |
- मंगलनाथ मंदिर, मध्य प्रदेश की दिव्य नगरी उज्जैन में स्थित है | मत्स्य पुराण के अनुसार मंगलनाथ परिसर को मंगल का जन्म स्थान माना गया है | प्रभु मंगल के इष्टदेव भगवान शिव है | यह परिसर अपने दैवीय गुणों के कारण अत्यंत प्रसिद्ध है |
- मंगल दोष / योग निवारणार्थ…..कृपया मंगलनाथ मंदिर, जो उज्जैन (मध्य प्रदेश) में स्थित हे..वहा जाकर विशेष रूप से “भात पूजा” अवश्य करवाएं…इस पूजा से शादी में विलम्ब/ कर्जमुक्ति..आदि में लाभ मिलता हे..अतः ऐसे जातक शीघ्र लाभ हेतु मंगलनाथ मंदिर आकर भात पूजा जरुर करवाएं..संपर्क-पंडित दयानंद शास्त्री-09024390067
- मंगल दोष / योग निवारणार्थ…..कृपया मंगलनाथ मंदिर, जो उज्जैन (मध्य प्रदेश) में स्थित हे..वहा जाकर विशेष रूप से “भात पूजा” अवश्य करवाएं…इस पूजा से शादी में विलम्ब/ कर्जमुक्ति..आदि में लाभ मिलता हे..अतः ऐसे जातक शीघ्र लाभ हेतु मंगलनाथ मंदिर आकर भात पूजा जरुर करवाएं..संपर्क-पंडित दयानंद शास्त्री-09024390067
- एमआर-१० ((पाइप फेक्ट्री से मक्सी रोड तक)),एमआर-५ ((आगर रोड से मक्सी रोड को मिलाने वाला मार्ग-मक्सी रिंग रोड)) व इंजीनियरिंग कॉलेज रोड को फोरलेन में बदले जाने तथा मकोडिया आम से खाक चौक होकर मंगलनाथ मंदिर तक के मार्ग को टू लेन प्लस फोरलेन((कुछ हिस्सा फोरलेन शेष टू लेन होगा))
- अगर आप उज्जैन आते हैं तो यहां न केवल आप महाकालेश्वर ज्योतिर्लिग के दर्शन कर पाएंगे बल्कि गणेश मंदिर, हरसिद्धि मंदिर, कालभैरव, गोपाल मंदिर, क्षिप्रा घाट, त्रिवेणी संगम, सिद्धवट, मंगलनाथ मंदिर और भतर्ृहरि गुफा जैसे पर्यटन और तीर्थ स्थलों के भी दर्शन कर पाएंगे।
- चारों तरफ महादेव के भव्य मंदिरों से घिरे इस नगर में महाकालेश्वर मंदिर, मंगलनाथ मंदिर, काल भैरव मंदिर जैसे कई प्राचीन मंदिर हैं | इसके अतिरिक्त बड़े गणेश मंदिर, हरसिध्दि देवी मंदिर, और भर्तृहरि की गुफा भी मौजूद है जहां जाकर आप अलोकिक शक्तियों को महसूस कर पाएंगे | भारत में कुम्भ का आयोजन प्रयास, नासिक, हरिध्दार और उज्जैन में किया जाता है।