मंगला प्रसाद वाक्य
उच्चारण: [ mengalaa persaad ]
उदाहरण वाक्य
- मंगलाप्रसाद पुरस्कार काशी के एक प्रसिद्ध मंगला प्रसाद परिवार द्वारा इलाहाबाद स्थित हिंदी साहित्य सम्मेलन के माध्यम से साहित्य के क्षेत्र में विशेष योगदान देने वाले व्यक्ति को प्रदान किया जाता है।
- मुंबई में एक सिक्योरिटी एजेंसी में कार्यरत मंगला प्रसाद की पत्नी मधुबाला और बेटी मीनाक्षी की हत्या के बाद पुलिस आपसी रंजिश में लूटपाट के एंगल से मामले की जांच-पड़ताल कर रही थी।
- मंगला प्रसाद ' पुरस्कार सन् 1983 में ‘ भारत भारती ' पुरस्कार तथा 1983 में साहित्य का सर्वोच्च ‘ ज्ञानपीठ पुरस्कार ' उनकी उत्कृष्ट कला कृति ‘ यामा ' के लिये प्रदान किया गया।
- प्रषिक्षण में मुख्य रूप से आशुतोष यादव, रमाशंकर, तकनीकी सहायक माता प्रसाद सिंह, अरूण कुमार, मंशाराम, लेखपाल, मंगला प्रसाद, नदीम रजा, हीरालाल, समसुद्दीन बेग, सुल्तान बेग सहित तमाम कृषक मौजूद रहे।
- हिंदी साहित्य सम्मेलन के सभापति (1922), हिंदी साहित्य सम्मेलन के चौबीसवें अधिवेशन (दिल्ली, 1934) के सभापति, 12 सितंबर 1937 ई. को नागरी प्रचारिणी सभा, आरा की ओर से राजेंद्र प्रसाद द्वारा अभिनंदन ग्रंथ भेंट (12 सितंबर 1937), 'प्रियप्रवास' पर मंगला प्रसाद पुरस्कार (1938)
- गौरतलब है कि माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय के वी. सी. ब्रजकिशोर कुठियाला, अपर संचालक जनसंपर्क लाजपत आहुजा, सुरेश तिवारी, संयुक्त संचालक मंगला प्रसाद मिश्रा भी फेसबुक पर उपस्थित हैं और अपना पीआर का दायित्व निभा रहे हैं।
- संक्षेप में अभियोजन कथानक फर्द बरामदगी कागज संख्या-4क / 2 के अनुसार इस प्रकार है कि 25-11-2009 को वादी मुकदमा एस0 आई0 दिनेश चन्द्र दीक्षित प्रभारी चौकी दरियाबाद मय एस0 आई0 मंगला प्रसाद द्विवेदी व कां0 राम वीर सिंह के साथ थाना क्षेत्र में मामूर थे।
- इस अवसर पर इंटर कालेज की प्रधानाचार्य कंचन यादव, बसपा के युवा नेता शरद यादव के अलावा घनश्याम शर्मा, दिनेश यादव, नरेन्द्र बहादुर सिंह, चन्द्रेश कुमार, राजेश कुमार, लालजी सोनकर, लालमणि पटेल, मंगला प्रसाद मिश्रा, अरविन्द त्रिपाठी, अशोक जायसवाल, बलराम पाल, रियाज अहमद, राईश अहमद सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
- इनकी साहित्य सेवा तथा प्रतिभा से प्रभावित होकर रीवा सरकार ने ' देव पुरस्कार ' (1955), सोवियत लैंड सूचना विभाग ने ' सोवियत लैंड नेहरू पुरस्कार ' (1970), हिन्दी साहित्य सम्मेलन प्रयाग ने ' मंगला प्रसाद पारितोषिक ' (1971) तथा भारत सरकार ने ' पद्म भूषण ' की उपाधि प्रदान कर इनको सम्मानित किया है।
- इन्होने २ ०० ३ का पूरा वर्ष वहां के गुरुओं से तबला वादन सीखा और इसके पहले कि उनका हुनर परवान चढ़े हमारा ट्रांसफर बनारस हो गया-शायद यह एक तरह का छुपा हुआ वरदान था-अब संगीत और बनारस का रिश्ता ऐसा कि हमें ज्यादा ढूंढना भी नहीं पडा हमारे बगल के ही मोहल्ले कबीरचौरा में प्रख्यात तबला वादक स्वर्गीय पंडित गुदई महराज के प्रपौत्र उस्ताद मंगला प्रसाद जी ने कौस्तुभ को शागिर्द के रूप में स्वीकार कर लिया...