मदनलाल ढींगरा वाक्य
उच्चारण: [ mednelaal dhinegaraa ]
उदाहरण वाक्य
- भाई परमानंद, सेनापति बापट, मदनलाल ढींगरा, लाला हरदयाल बाबा जोशी, महेशचरण सिन्हा, कोरगांवकर हरनाम सिंह आदि भारतीय देशभक्त युवक इसके सदस्य बन गये।
- मदनलाल ढींगरा ने फाँसी से पूर्व कहा था-“मेरे राष्ट्र का अपमान परमात्मा का अपमान है और यह अपमान मैं कभी बर्दाश्त नहीं कर सकता था अत:
- १ जुलाई, १ ९ ० ९ को मदनलाल ढींगरा द्वारा विलियम हट कर्जन वायली को गोली मार दिये जाने के बाद उन्होंने लन्दन टाइम्स में एक लेख भी लिखा था।
- उन्हीं से प्रेरित होकर पंजाब से पहुंचे मदनलाल ढींगरा ने 1909 में कर्ज़न वायली की हत्या कर दी, जिसके कारण उन्हें डेढ़ महीने के भीतर ही लंदन में फांसी दे दी गई।
- उन्हीं से प्रेरित होकर पंजाब से पहुंचे मदनलाल ढींगरा ने १९०९ में कर्ज़न वायली की हत्या कर दी, जिसके कारण उन्हें डेढ़ महीने के भीतर ही लंदन में फांसी दे दी गई।
- आज देश के रंगमंच पर लाला हरदयाल, श्यामजी कृष्ण वर्मा, भाई परमानन्द, मदनलाल ढींगरा, उधमसिंह, बिस्मिल, भगतसिंह, अशफाक जैसे बलिदानी वीरों को अवतरित करना होगा।
- कैथल में जिला पंजाबी वेलफेयर सभा की ओर से कैथल में चलाए गए शहीद स्मारकों के सफाई अभियान के तहत पार्क रोड पर शहीद मदनलाल ढींगरा मार्केट और स्मारक पर सफाई की गई।
- हुतात्मा मदनलाल ढींगरा के सम्बन्ध में उन्होंने एक लेख में लिखा था-“इस अमर वीर के शब्दों एवं कृत्यों पर शतकों तक विचार किया जायेगा जो मृत्यु से नव-वधू के समान प्यार करता था।
- सावरकार के अनन्य मित्र मदनलाल ढींगरा ने 1908 में लन्दन के इम्पीरियल इंस्टीटयूट के जहाँगीर हॉल में आयोजित के भरी सभा में सर कर्जन वायली को गोलियों से भून डाला जिससे सारा लन्दन थर्रा गया।
- हुतात्मा मदनलाल ढींगरा के सम्बन्ध में उन्होंने एक लेख में लिखा था-“इस अमर वीर के शब्दों एवं कृत्यों पर शतकों तक विचार किया जायेगा जो मृत्यु से नव-वधू के समान प्यार करता था।